ताहिर हुसैन की कॉल डिटेल से बड़ा खुलासा, लेकिन अब भी वो अपने दावे पर टिका
एसआईटी ने उसकी लाइसेंसी पिस्टल और 24 कारतूस बरामद किए हैं। पिस्टल उसके घर से बरामद की गई। पिस्टल और कारतूस एफएसएल के पास भेजने की तैयारी हो रही है।
पुलिस ने आप के निलंबित पार्षद ताहिर हुसैन के करीबी तीन लोगों लियाकत, रियासत और तारिक रिजवी को गिरफ्तार कर लिया है। इनमें लियाकत और रियासत चांद बाग और तारिक रिजवी जाकिर नगर के रहने वाले हैं। हिंसा के बाद ताहिर की फरारी के दौरान तारिक रिजवी ने उसे अपने घर में छिपाकर रखा था। हिंसा के समय ताहिर जिन लोगों के संपर्क में था, उनमें से 12 को पूछताछ में शामिल होने का नोटिस दिया गया है। दूसरी ओर, छानबीन के लिए एसआईटी और एफएसएल की टीम शिव विहार के राजधानी पब्लिक स्कूल पहुंची। छानबीन के बाद एसआईटी ने फिलहाल स्कूल को सील कर दिया है।
एसआईटी ने उसकी लाइसेंसी पिस्टल और 24 कारतूस बरामद किए हैं। पिस्टल उसके घर से बरामद की गई। पिस्टल और कारतूस एफएसएल के पास भेजने की तैयारी हो रही है। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि ताहिर के घर के पास अजय गोस्वामी नामक युवक को गोली मारी गई थी। एफएसएल जांच करेगी कि उसमें ताहिर की इसी लाइसेंसी पिस्टल का इस्तेमाल तो नहीं किया गया। अब तक चार एफआईआर में ताहिर का नाम है। ताहिर से पूछताछ के बाद पुलिस ने उसका मोबाइल फोन भी बरामद कर लिया है।
हालांकि पूछताछ के दौरान ताहिर हुसैन अब भी इस दावे पर टिका हुआ है कि उसके मकान की छत पर उपद्रवियों ने कब्जा कर लिया था। इसके लिए उसने कई बार पीसीआर को कॉल भी की थी। बार-बार कॉल करने के बाद भी उसकी मदद नहीं की गई। ताहिर खुद का नार्को टेस्ट कराने के लिए भी कह रहा है। बता दें कि आईबी कर्मचारी अंकित शर्मा का शव चांद बाग के नाले से बरामद हुआ था। अंकित के परिजनों ने ताहिर हुसैन पर उसे अगवा कर हत्या करने का आरोप लगाया था। इसके बाद अपराध शाखा की एसआईटी ने ताहिर हुसैन को गिरफ्तार किया। फिलहाल ताहिर 7 दिन के पुलिस रिमांड पर है।
एसआईटी की जांच में पता चला है कि ताहिर हुसैन बीती 24 फरवरी से 27 फरवरी तक चांद बाग, मुस्तफाबाद और आसपास के इलाके में ही मौजूद था। 27 फरवरी के बाद उसकी लोकेशन जाकिर नगर में मिली। यहां वह दो दिन तक रुका रहा। इस दौरान पुलिस का दबाव बढ़ने पर उसने अपना मुख्य मोबाइल नंबर भी बंद कर दिया था।
ताहिर हुसैन को शुक्रवार शाम कड़कड़डूमा कोर्ट में पेश किया गया। अदालत ने आरोपी को सात दिन की रिमांड पर सौंप दिया। पुलिस ने अदालत में कहा कि उत्तर-पूर्वी दिल्ली में जिस स्तर पर हिंसा हुई, वह एक बड़ी साजिश थी। इस साजिश के खुलासे के लिए ताहिर को रिमांड पर लेना जरूरी है। हालांकि, ताहिर के वकील ने इसका विरोध किया।
दिल्ली हिंसा मामले में पुलिस ने अब तक 683 एफआईआर कर 1983 लोगों को गिरफ्तार कर चुकी है। पुलिस ने आम्र्स एक्ट में अलग से 48 एफआईआर दर्ज की हैं। वहीं, पुलिस ने अब तक अमन कमेटी की 251 बैठक पुलिस कर चुकी है।