Car Driving Tips: क्या होती है कार की ABCD? चलाने से पहले जान लीजिये यह बड़ी बातें
कार चलाना अब एक जरूरत बन गयी है लेकिन लोग सही तरीके से कार नहीं सीखते है जिस वजह से बाद में परेशानी का सामना करना पड़ता है।
कार चलाना अब एक जरूरत बन गयी है लेकिन लोग सही तरीके से कार नहीं सीखते है जिस वजह से बाद में परेशानी का सामना करना पड़ता है। सबसे बड़ी बात यह है कि लोग कार ड्राइविंग चलाना तो सीख लेते है लेकिन इसकी बेसिक चीजें नहीं सीख पाते हैं।
ऐसे में हम आपके लिए कार ड्राइविंग की कुछ सामान्य व जरूरी जानकारी लेकर आये है जिन्हें लाग या तो सीखते नहीं है या फिर समय के साथ भूल जाते हैं। ऐसे में हम आपके लिए कार की पूरी ABCD की जानकारी लेकर आये हैं ताकि आप सीख सके।
ABC कार ड्राइविंग की बेसिक चीज होती है जिसे सभी सिखाते हैं जिसमें A का मतलब एक्सीलरेटर पैडल, B का मतलब ब्रेक पैडल, C का मतलब क्लच पैडल है। लेकिन कार ड्राइविंग में D भी बेहद महत्वूर्ण पहलू है जिसकी जानकारी कम ही लाग देते हैं।
इसमें D का मतलब डेड पैडल है। यह एक ऐसा पैडल है जो किसी भी फंक्शन से कनेक्ट नहीं रहता है लेकिन इसके बावजूद भी बहुत काम आता है। ड्राइविंग करते समय बांये पैर का इस्तेमाल क्लच को दबाने और छोड़ने के लिए किया जाता है। ऐसे में आपको गियर बदलना हो या ब्रेक लगाना हो, उसी समय ही बांये पैर का इस्तेमाल होता है लेकिन बाकी समय आपका बांया पैर खाली रहता है। ऐसे में पैर को आराम देने के लिए इसे डेड क्लच में रखा जाता है ताकि यह कहीं और ना लग जाए।
सामान्य रूप से इसे कारों में क्लच के बांये तरफ रखा जाता है ताकि फिर से क्लच पर लाने के लिए पैर का ट्रैवल लंबा ना ही और ड्राईवर आसानी से क्लच का एक्सेस कर सके।
इस तरह से आपके बांये पैर को हमेशा क्लच के ऊपर रखने की जरूरत नहीं होती है। ABC को आपको दोनों पैर से ही मैनज करना होता है। एक्सीलरेटर व ब्रेक को आपके दांये पैर से तथा क्लच को बांये पैर से मैनेज करना होता है। एक्सीलरेटर आपकी कार को गति देने का काम करता है जिसे बेहद सावधानी से हैंडल करना होता है।
वहीं ब्रेक की बात करें तो यह आपकी कार को रोकने का काम करता है। ब्रेक भी आपको बहुत तेज गति से नहीं लगाना होता है, यह धीरे-धीरे अप्लाई करना होता है। दोनों को कभी एक साथ अप्लाई नहीं करना चाहिए।
जब आप कार चलाना सीख रहे हैं, तब आपको फर्स्ट गियर में कार को बहुत ही आराम से थोड़ा-थोड़ा एक्सीलेटर देते हुए धीरे-धीरे क्लच छोड़ना होगा। अगर आप क्लच को बहुत तेजी से छोड़ते हैं तो या तो कार बंद हो जाएगी या फिर बहुत तेज से भागेगी।