Delhi Budget 2022 : डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया ने पेश किया दिल्ली का 'रोजगार बजट', जानें- जनता के लिए क्या है खास?
इस रोजगार बजट से दिल्ली में अगले पांच साल में 20 लाख नौकरियां पैदा करेंगे.
दिल्ली के डिप्टी सीएम और वित्त मंत्री मनीष सिसोदिया ने बजट 2022 को दिल्ली विधानसभा में पेश किया। मनीष सिसोदिया ने बताया कि अगले साल के लिए 75 हजार 800 करोड़ रुपए का बजट। मनीष सिसोदिया ने कहा कि मैं इस सदन में इस बार मैं रोजगार बजट पेश करने जा रहा हूं। इससे पहले हमने शिक्षा, ग्रीन, स्वास्थ्य और देशभक्ति बजट पेश किया था। इस रोजगार बजट से दिल्ली में अगले पांच साल में 20 लाख नौकरियां पैदा करेंगे
मनीष सिसोदिया ने कहा कि आज मुझे बजट पेश करते हुए गर्व हो रहा है। हमारी सरकार ने पिछले 7 साल में अभूतपूर्व काम किया। कोरोना के बाद हमने रोजगार पोर्टल लॉन्च किया है। इससे कई युवाओं को रोजगार मिला।
मनीष सिसोदिया ने कहा कि दिल्ली में अब लोग सरकारी दफ़्तरों के चक्कर नहीं काटते, सरकारी दफ़्तरों के कर्मचारी आम लोगों के घरों के चक्कर काटते हैं। ये है दिल्ली में आम आदमी पार्टी का बदलाव।
मनीष सिसोदिया ने कहा कि रिटेल सेक्टर, फूड एंड बेवरेज, ट्रैवल एंड टूरिज्म, लॉजिस्टिक एंड सप्लाई चेन, एंटरटेंमेंट, कंस्ट्रक्शन, रियल एस्टेट, ग्रीन एनर्जी सेक्टरों में रोजगार देने पर जोर देगी दिल्ली सरकार।
दिल्ली के उप मुख्यमंत्री और वित्त मंत्री मनीष सिसोदिया ने बजट पेश करते हुए कहा कि ये हमारे द्वारा पेश किया जा रहा आठवां बजट है, अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व में आए 7 बजट से दिल्ली के स्कूल अच्छे हुए, बिजली मिल रही है लोगों के ज़ीरो बिजली का बिल आ रहा है. मेट्रो का विस्तार हुआ है, सुविधा फेस लेस हुई है, अब लोगों को सरकारी दफ्तरों के चक्कर नहीं काटने पड़ते हैं.
दिल्ली का बजट पेश करते हुए मनीष सिसोदिया ने कहा है कि यह युवाओं के लिए बहुत जरूरी बजट है इसलिए इसका नाम रोजगार बजट दिया गया है. कोविड के पहले के सालों में स्वास्थ्य के क्षेत्र में निवेश किया गया इसलिए कोविड से हम निपट पाए. मनीष सिसोदिया बोले कि दिल्ली में व्यापारियों के लिए जीरो रेड पोलिसी लागू है, दिल्ली में कोविड के दौरान बहुत नुक्सान हुआ, तब भी मदद दी.
बजट के दौरान मनीष सिसोदिया बोले कि आठवें बजट में व्यापार और लोगों को राहत देने का प्रस्ताव हम लाएं हैं, हम इस बार रोजगार बजट पेश कर रहे हैं. पिछली बार देशभक्ति का बजट था. बजट के दौरान दिल्ली सरकार ने 2047 तक दिल्ली की प्रति व्यक्ति आय सिंगापुर के लोगों जितनी बनाने का लक्ष्य रखा है. इस बजट में वित्तमंत्री ने कहा कि मैं प्रस्ताव में रखने जा रहा हूं उससे दिल्ली में 5 साल मैं कम से कम 20 लाख नौकरियां पैदा होंगी.
मनीष सिसोदिया ने बजट पेश करते हुए कहा कि दिल्ली की अर्थव्यवस्था कोविड से थोड़ा थोड़ा उभर रही है. दिल्ली की अर्थव्यवस्था में सेवा क्षेत्र का बड़ा योगदान है. दिल्ली के लोगों की औसत आय में 16.8% की बढ़ोतरी हुई. बजट में वित्तमंत्री ने ऐलान किया कि 2022-23 के लिए 75,800 करोड रुपए का बजट पेश कर रहा हूं, जो कि 2014-15 के 30,940 करोड़ रुपए के बजट का ढाई गुना है.
बजट की खास बातें-
दिल्ली में 55.87 लाख लोगों के पास रोजगार है जबकि आबादी 1.68 करोड़ हैं, यानी एक तिहाई के पास ही रोजगार है. जो दुनिया के दूसरे शहरों के मुकाबले कम है. लंदन में 58% न्यूयॉर्क में 52% सिंगापुर में 67% दिल्ली में 33 फ़ीसदी के पास रोजगार है.
वित्तमंत्री ने कहा कि अगले 5 साल में हमारा लक्ष्य है कि वर्किंग पापुलेशन 33 फ़ीसदी से बढ़ाकर 45% तक हो जाये. यानी 1.68 करोड़ में से 76 लाख लोग रोजगार करें इसलिए 5 साल में 20 लाख रोजगार पैदा करने का लक्ष्य रखा है. लक्ष्य मुश्किल है लेकिन नामुमकिन नहीं केजरीवाल मॉडल ऑफ गवर्नेंस से यह संभव है.
रोजगार के नए अवसर के लिए हमने रिटेल सेक्टर फूड और बेवरेज लॉजिस्टिक्स एंड सप्लाई चैन ट्रैवल एंड टूरिज्म एंटरटेनमेंट कंस्ट्रक्शन रियल एस्टेट और ग्रीन एनर्जी सेक्टर को चुना है. दिल्ली के जो फेमस रिटेल मार्केट हैं उसमें रिनोवेशन और इनोवेशन की स्कीम लाने की बात कही.
देश विदेश के ग्राहकों को दिल्ली में बुलाकर शॉपिंग के लिए प्रोत्साहित करने के लिए दिल्ली में शॉपिंग फेस्टिवल किए जाएंगे. साथ ही छोटे-छोटे स्थानीय बाजारों को ग्राहकों से जोड़ने के लिए दिल्ली बाजार पोर्टल शुरू करेंगे. गांधीनगर जो एशिया का सबसे बड़ा वस्त्र व्यापार केंद्र है उसको दिल्ली गारमेंट हब के रूप में डेवलप करेंगे. साथ ही नई स्टार्टअप पॉलिसी भी शुरू की जाएगी.