CBI ने दर्ज की FIR, मनीष सिसोदिया को पहला आरोपी बनाया, दिल्ली एक्साइज स्कैम में 3 अफसर, 9 कारोबारी और दो कंपनियों के भी नाम
सीबीआई ने पीसी एक्ट 1988, 120बी, 477ए वास्तविक अपराध के तहत केस दर्ज किया है।
नई दिल्ली : केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने दिल्ली के डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया को एफआईआर में पहला आरोपी बनाया है। सीबीआई की इस एफआईआर में 15 आरोपी हैं। यह आबकारी नीति में अनियमितता का मामला है। सीबीआई ने पीसी एक्ट 1988, 120बी, 477ए वास्तविक अपराध के तहत केस दर्ज किया है। ये केस 17 अगस्त को केस दर्ज हुआ है। जांच एजेंसी ने उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया के घर पर भी रेड की।
सीबीआई ने पीसी अधिनियम 1988,120बी, 477ए, मूल अपराध के तहत केस दर्ज किया है।
एक्साइज के डिप्टी कमिश्नर रहे आनंद तिवारी, तत्कालीन आबकारी आयुक्त अरवा गोपी कृष्ण, कुलजीत सिंह, सुभाष रंजन के घर पर भी CBI की टीम ने छापा मारा। शराब नीति घोटाले के आरोप को लेकर CBI ने FIR दर्ज की, सूत्रों के मुताबिक इसमें सिसोदिया के अलावा 4 और लोगों के नाम हैं।
बता दें कि दिल्ली की आबकारी नीति मामले में डिप्टी CM मनीष सिसोदिया के आवास समेत 7 राज्यों के 21 जगहों पर CBI की छापेमारी चल रही है। जांच एजेंसी सुबह 8.30 बजे ही सिसोदिया के घर पहुंच गई थी। तब से सरकारी आवास (ए विंग दिल्ली सचिवालय) में तलाशी जारी है। अफसरों ने उनके और परिवार के बाकी सदस्यों के फोन और लैपटॉप जब्त कर लिए हैं।
AAP ने कहा कि यह कार्रवाई केजरीवाल को रोकने के लिए की गई है। राज्यसभा सांसद राघव चड्ढा ने कहा- CBI ने अरविंद केजरीवाल के यहां छापा मारा, केवल चार मफलर मिले थे और मनीष सिसोदिया के घर में उन्हें केवल पेंसिल, नोटबुक और ज्योमेट्री बॉक्स मिलेंगे।
BJP नेता कपिल मिश्रा ने दावा किया है कि विदेशी अखबारों में छपा फोटो दिल्ली के सरकारी स्कूल का नहीं बल्कि प्राइवेट स्कूल का है। इसके पहले भाजपा ने यह भी आरोप लगाया था कि पंजाब चुनाव से पहले केजरीवाल और शराब माफिया में डील हुई थी।