कोरोना काल और लॉकडाउन में दिल्ली पुलिस ने जीत लिया जनता का दिल, जानिये क्यों
दिल्ली. राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के वेस्ट दिल्ली अंतर्गत जनकपुरी थाना पुलिस को बुधवार सुबह करीब साढे आठ बजे पीसीआर के मार्फत इमरजेंसी सूचना मिली थी कि अमर लीला अस्पताल ( Amarleela Hospital) में अचानक ऑक्सीजन सिलेंडर (Oxygen Cylinders) खत्म होने के कगार पर है, जिसके वजह से अस्पताल में इलाज करवा रहे करीब 32 कोरोना संक्रमित मरीजों ( 32 Covid Patients) की हालत कभी भी बेहद खराब हो सकती है. इस मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिसकर्मियों ने 11 ऑक्सीजन सिलेंडर की व्यवस्था करवा कर अस्पताल तक पहुंचाए, जिसके बाद अस्पताल प्रशासन और मरीजों के परिजनों ने दिल से दिल्ली पुलिस का शुक्रिया अदा किया.
इस मामले में वेस्ट दिल्ली की एडिशनल डीसीपी प्रशांत गौतम ने औपचारिक तौर पर जानकारी देते हुए बताया कि जनकपुरी थाना पुलिस की टीम को इस मामले की जानकारी मिलते ही तुरंत टीम का गठन करके मौके पर रवाना किया गया था. उसके बाद कीर्ति नगर इलाके में स्थित शंकर गैस नाम के एक सप्लायर से संपर्क साधने के बाद वहां से 11 गैस सिलेंडर की व्यवस्था करने के बाद उसे अस्पताल प्रशासन को सौंप दिया गया. इसके साथ ही पुलिसकर्मियों ने सेवा भारती संस्था के अलावा मायापुरी इलाके में स्थित सैनी गैस सप्लायर से भी कई गैस सिलेंडर लेकर अस्पताल प्रशासन को सौंपे गए.
साउथ जिला पुलिस तंग गलियों से लाई ऑक्सीजन सिलेंडर
इसके अलावा साउथ दिल्ली में भी बुधवार को एक ऐसा ही सराहनीय कदम नेब सराय थाना पुलिस के द्वारा खानपुर इलाके में बांध रोड स्थित देखा गया, जहां एसएचओ सहित इंस्पेक्टर शीशुपाल, हेड कांस्टेबल जयराम, सिपाही लक्ष्मी , सिपाही इद्रपाल और अमित द्वारा ऑक्सीजन सिलेंडर को निधान अस्पताल में इमरजेंसी हालत में पहुंचाया गया. खानपुर का इलाका बेहद तंग और छोटा रास्ता होने की वजह से पुलिसकर्मियों ने अपनी सुझबुझ का परिचय देते हुए अस्पताल तक ऑक्सीजन सिलेंडर पहुंचा दिया. नेब साराय थाना पुलिस की टीम इस ऑक्सीजन सिलेंडर के लाने के लिए बदरपुर जैसे बेहद जाम वाले लोकेशन पर गई थी. हालांकि लॉकडाउन की वजह से लोगों का जाम नहीं मिला लेकिन तंग गलियों का सफर पुलिसकर्मियों को जरूर परेशान कर रहा था, लेकिन इस मामले की गंभीरता को देखते हुए दिल्ली पुलिस की टीम ने एकजुट होकर इस कार्य को अंजाम तक पहुंचाया.
वैसे पिछले कुछ दिनों से लगातार कई ऐसी खबरें और इमरजेंसी कॉल पुलिस को मिल रही हैं, जिस वजह से दिल्ली पुलिस कमिश्नर एस एन श्रीवास्तव तमाम जिलों के डीसीपी सहित अन्य वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों को सूचित करते हुए निर्देश दिया था कि इस तरह के मामले की जानकारी मिलते ही तुरंत ही उचित सहायता किया जाए. लिहाजा उसका असर साफ तौर पर दिल्ली के अंदर देखा जा रहा है. पिछले कुछ दिनों के दौरान ही आउटर दिल्ली के एडिशनल डीसीपी सुधांशु धामा, साउथ दिल्ली के डीसीपी अतुल ठाकुर, साउथ ईस्ट दिल्ली के डीसीपी आरपी मीना सहित कई पुलिस अधिकारियों की भूमिका दिल्ली में काफी सराहनीय रही है . इन सीनियर पुलिस अधिकारी ने मामले की नजाकत को देखते हुए तत्काल प्रभाव से खुद ही इस तरह के ऑपरेशन को अंजाम देने में जुट जाते हैं और लगातार अपनी टीम के संपर्क में रहते हैं, जिससे मामले का समाधान जल्द से जल्द हो सके.