जानिए देवयानी सिंह की इंस्पायरिंग कहानी,जिन्होंने केवल हफ्ते में 2 दिन पढ़कर पास की यूपीएससी की परीक्षा, हासिल की 11वीं रैंक

देवयानी सिंह केवल वीकन्ड पर यूपीएससी की सिविल सेवा की तैयारी करती थी. उन्होंने यह तैयारी साल 2019 में की और परीक्षा पास करके ग्यारहवीं रैंक हासिल की.

Update: 2023-03-25 14:09 GMT

देवयानी सिंह केवल वीकन्ड पर यूपीएससी की सिविल सेवा की तैयारी करती थी. उन्होंने यह तैयारी साल 2019 में की और परीक्षा पास करके ग्यारहवीं रैंक हासिल की.

Devyani Singh Success Story: जैसा कि हम सभी जानते हैं कि यूपीएससी की परीक्षा पास करना सबके बस की बात नहीं है लेकिन बहुत से स्टूडेंट्स ऐसे भी होते हैं जो अपनी स्ट्रेटजी को अपनाते हुए इस बात को गलत भी साबित किया है. इसी कड़ी में एक नाम और आता है जो है देवयानी सिंह.देवयानी हरियाणा की रहने वाली हैं. इनकी कहानी भी बेहद अलग है. उन्होंने हफ्ते में मात्र 2 दिन पढ़ाई करके यूपीएससी जैसी कठिन परीक्षा को पास कर लिया.

देवयानी सिंह ने कक्षा 10वीं और 12वीं की पढ़ाई चंडीगढ़ के स्कूल से की. उन्होंने 12वीं पढ़ाई करने के बाद साल 2014 में बिड़ला इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी एंड साइंस, पिलानी (Birla Institute of Technology and Science, Pilani) के गोवा कैंपस के इलेक्ट्रॉनिक्स और इंस्ट्रूमेंटेशन इंजीनियरिंग कोर्स में एडमिशन लिया था. ग्रेजुएशन भी इन्होंने यहीं से पास किया. दिव्यानी इंजीनियरिंग की डिग्री पास करने के बाद यूपीएससी की परीक्षा देने का मन बनाया. जिसके बाद उन्होंने यूपीएससी की तैयारी करनी शुरू कर दी. लगातार तीन साल 2015, 2016,2017 के यूपीएससी के एग्जाम में फेल होने के बाद चौथे प्रयास में जाकर उन्होंने आखिरकार सफलता हासिल कर ली.


देवयानी शुरुआती 2 प्रयासों में यूपीएससी प्रीलिम्स (UPSC Prelims) भी क्लियर नहीं कर पाई थी. जबकि तीसरे प्रयास में वो इंटरव्यू राउंड तक तो पहुंच गई, लेकिन फाइनल लिस्ट में उनका नाम नहीं आया. इतने बार फेल होने के बाद और अपने संघर्षों के बाद भी देवयानी ने हार नहीं मानी और साल 2018 में चौथा अटेम्प्ट दिया. इसके बाद उन्होंने यूपीएससी की परीक्षा पास कर ली और ऑल इंडिया में 222वी रैंक हासिल की. देवयानी को उन की रैंक के मुताबिक सेंटर ऑडिट विभाग में नियुक्त किया गया. नियुक्ति के बाद उनकी ट्रेनिंग शुरू हुई.

देवयानी अपनी रैंक से खुश नहीं थी. इसलिए उन्होंने एक बार फिर से यूपीएससी की परीक्षा दी. ट्रेनिंग के कारण परीक्षा की तैयारी में वो ज्यादा समय नहीं दे पाई. उन्होंने शनिवार और रविवार को ही परीक्षा के लिए पढ़ाई की. हफ्ते में 2 दिन तैयारी करने के बाद साल 2019 में उन्होंने परीक्षा पास कर ली और ऑल इंडिया में 11वी रैंक प्राप्त की और आईआरएस ऑफिसर का पद हासिल किया. देवयानी की कहानी आज सभी के लिए एक प्रेरणा का स्रोत बन गई है और जो यह बताती है कि अगर मन में जज्बा है तो इंसान कुछ भी कर गुजरता है.

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