जधानी दिल्ली की दमघोंटू हवा लोगों के लिए परेशानी का सबब बन गई है। शुक्रवार को गंभीर श्रेणी में पहुंचा एक्यूआई शनिवार सुबह कुछ कम तो हुआ, लेकिन अब भी गंभीर श्रेणी में ही बना हुआ है। प्रदूषण से शहरवासियों को कई दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। लोगों को आंखों में जलन, सांस लेने में दिक्कत और दिमाग पर भी असर पड़ने लगा है। एक्सपर्ट का कहना है कि पिछले दस पंद्रह दिनों में अस्थमा और एलर्जी वाले लोगों की संख्या में बढ़ोत्तरी हुई है।
दिवाली के बाद हवा और जहरीली हो गई है। एक्सपर्ट का कहना है कि दिवाली के बाद से स्थिति और चिंताजनक हो गई है। सर गंगा राम अस्पताल में बाल रोग विशेषज्ञ डॉ. धीरेन गुप्ता ने बताया कि पिछले 10-15 दिनों में हमने अस्थमा और एलर्जी वाले लोगों में अचानक वृद्धि देखी है। उन्हें अधिक इनहेलेशन थेरेपी की आवश्यकता होती है। अभी हमारे पास अस्थमा के गंभीर दौरे के 3 मरीज भर्ती हैं।
उन्होंने बताया कि यह रेस्पिरेटरी सिंकाइटियल वायरस का मौसम है, ऐसे में प्रदूषण के कारण जिन बच्चों को रेस्पिरेटरी ट्रैक्ट इंफेक्शन हो रहा है, उन्हें सांस की समस्या ज्यादा हो रही है। आंखों में भी है जलन।
डॉ. धीरेन गुप्ता ने बताया कि हवा में प्रदूषण की मात्रा बहुत बढ़ गई है। पीएम वैल्यू इतनी खराब है कि यह आंखों को प्रभावित कर रही है, जलन पैदा कर रही है और इससे दिमाग पर भी बुरा असर पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि प्रदूषण के कारण बच्चे और चिड़चिड़े हो जाते हैं।