दिल्ली हिंसा के आरोपी ताहिर हुसैन के खिलाफ हत्या समेत चार "FIR" दर्ज, पुलिस ने अमरोह में डाली रेड
उत्तर पूर्वी दिल्ली जिले में बीते सप्ताह भड़की हिंसा के बाद फरार चल रहे आरोपी निगम पार्षद ताहिर हुसैन के खिलाफ पुलिस ने एक और आपराधिक मामला दर्ज किया है। यह मामला हत्या की कोशिश का है।
नई दिल्ली। उत्तर-पूर्वी दिल्ली में हुई हिंसा में आईबी कर्मी अंकित शर्मा की हत्या के आरोपी निगम पार्षद ताहिर हुसैन की मुसीबतें बढ़ती जा रही हैं ताहिर हुसैन की खोज में दिल्ली पुलिस ताबड़तोड़ छापेमारी कर रही है. इसी क्रम में दिल्ली पुलिस की एक टीम ने गुरुवार को अमरोहा में छापेमारी की. पता चला है कि अमरोहा में ताहिर हुसैन के रिश्तेदार के घर पर दिल्ली पु़लिस की टीम ने छापेमारी की है।
दिल्ली पुलिस की एक टीम हसनपुर पुलिस के साथ हसनपुर कस्बे में मोहल्ला काला शहीद पहुंची. यहां ताहिर हुसैन के रिश्तेदार का घर बंद मिला, जिसके बाद पुलिस ने पड़ोसियों से पूछताछ की है. हसनपुर के बाद ताहिर के पुश्तैनी गांव पोरारा दिल्ली पुलिस पहुंची है। इससे पहले ताहिर हुसैन के खिलाफ चार एफआईआर दर्ज हो गई हैं। दो एफआईआर खजूरी खास व दो दयालपुर थाने में दर्ज की गई हैं।
बतादें कि एक एफआईआर हत्या, दूसरी शस्त्र अधिनियम व दो दंगा भड़काने व सांप्रदायिक सौहार्द खराब करने की धाराओं में दर्ज की गई हैं। एक एफआईआर एक पुलिसकर्मी की शिकायत पर दर्ज हुई है। दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल व अपराध शाखा की टीमें ताहिर हुसैन की गिरफ्तारी के लिए दबिश दे रही हैं। अपराध शाखा की एसआईटी ताहिर हुसैन को लेकर लुक आउट नोटिस जारी करने की तैयारी कर रही है।
अपराध शाखा के एक अधिकारी ने बताया कि ताहिर के खिलाफ अजय गोस्वामी नाम के एक शख्स ने दयालपुर थाने में दर्ज कराई है। गोली लगने से अजय गोस्वामी घायल हो गया था। अजय ने अपनी शिकायत में ताहिर के मकान से गोलियां, पत्थर व पेट्रोल बम चलने की बात कही है। अजय ने अपनी शिकायत (एफआईआर नंबर-88) में कहा कि वह 25 फरवरी को अपने चाचा राकेश शर्मा के घर आया था। दोपहर करीब 3.50 बजे वह खजूरी जा रहा था। तभी उसने देखा कि करावल नगर मेन रोड पर पत्थरबाजी व गोलीबारी हो रही है।
वह वापस चाचा के घर की तरफ भागने लगा तो उसे पीछे से एक गोली लगी। वहां खड़े लोग गोलियां चला रहे थे। जिन युवकों ने उसकी सहायता की थी वह कह रहे थे कि निगम पार्षद के घर से गोली चल रही है। एक एफआईआर खजूरी खास थाने में तैनात सिपाही संग्राम सिंह की शिकायत पर दर्ज की गई है। सिपाही ने अपनी शिकायत में कहा है कि 24 फरवरी को वह हवलदार विक्रम के साथ चांदबाग पुलिया ई-ब्लाक में ड्यूटी कर रहा था।
तभी आसपास के रास्तों से भीड़ आने लगी। भीड़ पत्थरबाजी कर रही थी। तभी उसने देखा कि प्रदीप की पार्किंग के पास स्थित ताहिर हुसैन की छत पर काफी संख्या में उपद्रवी जमा थे। यह उपद्रवी पार्किंग की तरफ पत्थर व ज्वलनशील पदार्थ फेंक रहे थे।
मामले की जांच में जुटी क्राइम ब्रांच की एसआईटी ने फरार ताहिर हुसैन के फोन की कॉल डिटेल रिकॉर्ड (सीडीआर) निकाली है। उसकी 19 नंबरों पर ज्यादा बातचीत हुई है। इस आधार पर यह माना जा रहा है कि जिन नंबरों पर उसकी ज्यादा बातचीत हुई है, वह उसके करीबी नेटवर्क में हैं और उनकी भूमिका संदिग्ध हो सकती है। लिहाजा ये लोग पुलिस जांच की राडार पर हैं।