Sarkari Naukri: गृह मंत्री अमित शाह ने किया यह ऐतिहासिक फैसला, बेरोजगार युवाओं के लिए दी खुशखबरी,
गृह मंत्रालय ने एक बहुत बड़ा फैसला लिया और कहा कि केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों में कांस्टेबल के पदों के लिए हिंदी और अंग्रेजी के अलावा 13 क्षेत्रीय भाषाओं में परीक्षा आयोजित की जाएगी गृह मंत्रालय की तरफ से यह मंजूरी दे दी गई है
Home Minister Amit Shah: गृह मंत्रालय ने एक बहुत बड़ा फैसला लिया और कहा कि केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों में कांस्टेबल के पदों के लिए हिंदी और अंग्रेजी के अलावा 13 क्षेत्रीय भाषाओं में परीक्षा आयोजित की जाएगी गृह मंत्रालय की तरफ से यह मंजूरी दे दी गई है
Sarkari Naukri 2023: बताया जा रहा है कि यह बयान शनिवार को दिया गया है यह बयान सीआरपीएफ में स्थानीय युवाओं की संख्या को बढ़ाने और क्षेत्रीय भाषाओं को प्रोत्साहित करने के लिए लिया जा रहा है इसकी पहल गृह मंत्री अमित शाह ने कर दी हैएक अधिकारिक घोषणा में कहा गया है कि सीआरपीएफ में स्थानीय युवाओं की संख्या बढ़ाने और क्षेत्रीय भाषाओं को प्रोत्साहित करने की गृह मंत्री अमित शाह की पहल पर लिया गया है.
अमित शाह ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में गृह मंत्रालय ने ऐतिहासिक फैसला करते हुए सीआरपीएफ कांस्टेबल के पदों के लिए हिंदी और अंग्रेजी के अलावा अन्य 13 क्षेत्रीय भाषाओं को भी आयोजित कराने के लिए मंजूरी दी है
सीएपीएफ में केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ), सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ), केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (सीआईएसएफ), भारत-तिब्बत सीमा पुलिस (आईटीबीपी), सशस्त्र सीमा बल (एसएसबी) और राष्ट्रीय सुरक्षा गारद (एनएसजी) शामिल हैं.
हिंदी और अंग्रेजी के अलावा प्रश्नपत्र 13 क्षेत्रीय भाषाओं-असमिया, बांग्ला, गुजराती, मराठी, मलयालम, कन्नड़, तमिल, तेलुगु, ओड़िया, उर्दू, पंजाबी, मणिपुरी और कोंकणी में मुहैया कराया जाएगा.
इस घोषणा से कुछ ही दिन पहले तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम के स्टालिन ने शाह को पत्र लिखकर सीआरपीएफ कर्मियों की भर्ती के लिए तमिल को भी लिखित परीक्षा की भाषा के रूप में शामिल करने का अनुरोध किया था. ।प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व और गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह के मार्गदर्शन में गृह मंत्रालय, क्षेत्रीय भाषाओं के उपयोग और विकास के प्रोत्साहन के लिए कटिबद्ध हैगृह मंत्रालय की तरफ से इस निर्णय के बाद अभी उम्मीद जताई जा रही है कि राज्य केंद्र शासित प्रदेशों की सरकारें स्थानीय युवाओं को अपनी मातृभाषा में परीक्षा देने के इस अवसर का उपयोग करने और देश की सेवा में करियर बनाने के लिए बड़ी संख्या में आगे आने को प्रोत्साहित करने के लिए व्यापक अभियान शुरू करेंगे.शनिवार को दिया गया है
यह बयान सीआरपीएफ में स्थानीय युवाओं की संख्या को बढ़ाने और क्षेत्रीय भाषाओं को प्रोत्साहित करने के लिए लिया जा रहा है इसकी पहल गृह मंत्री अमित शाह ने कर दी हैएक अधिकारिक घोषणा में कहा गया है कि सीआरपीएफ में स्थानीय युवाओं की संख्या बढ़ाने और क्षेत्रीय भाषाओं को प्रोत्साहित करने की गृह मंत्री अमित शाह की पहल पर लिया गया है.