केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने दिल्ली में कोरोना के हालातों को लेकर तमाम मसलों पर जवाब दिए. उन्होंने दिल्ली में कोरोना के मामलों से निपटने के लिए केंद्र सरकार के प्रयासों को बताया. उन्होंने बताया कि वह रोजाना कोरोना की स्थिति को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को जानकारी देते हैं.
इस जब यह सवाल किया गया कि क्या दिल्ली सरकार केंद्र के अधीन काम कर रही है, अमित शाह ने कहा कि सब मिलकर काम कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि दिल्ली में जब भी कोई निर्णय लिया जाता है तो केजरीवाल को लूप लाइन में लेकर लिया जाता है. हालांकि इस दौरान राजनैतिक लाभ के लिए कुछ बातें सामने आई है.
उन्होंने कहा कि अभी दिल्ली में ऐसी कोई स्थिति (कम्युनिटी ट्रांसमिशन) नहीं है, चिंता करने की कोई जरूरत नहीं है. दिल्ली में 350 से ज्यादा शव (कोरोना मरीज) बिना संस्कार के पड़े थे. हमने तय किया कि 2 दिनों के भीतर शवों का अंतिम संस्कार धर्म के अनुसार किया जाएगा. अभी कोई भी शव अंतिम संस्कार के बिना नहीं बचा है.
उन्होंने कहा कि पहले आइसोलेशन बेड की कीमत 24-25हज़ार थी जो अब 8-10 हज़ार कर दी गई है. बिना वेंटिलेटर के ICU का पहले रेट 34-43 हज़ार अब 13-15हज़ार हो गया है. वेंटिलेटर के साथ ICU का रेट 44-54हज़ार था उसे 15-18हज़ार कर दिया गया है. इसमें रहने, टेस्ट और दवाइयों का खर्चा शामिल है.कोरोना के खिलाफ भारत ने अच्छी लड़ाई लड़ी और दुनिया की तुलना में हमारे आंकड़े बहुत बेहतर हैं.