जानें! दिल्ली हिंसा में सड़कों पर कितना किलो बिखरा पड़ा मिला था ईंट-पत्थर, नगर निगम इस तरह इसका करेंगा यूज
उत्तर-पूर्व दिल्ली के दंगा प्रभावित क्षेत्रों से सात लाख किलो ईंट, पत्थर और रोड़े एकत्रित किए गए हैं। निगम इनका इस्तेमाल इंटरलॉकिंग टाइल्स बनाने में करेगा।
नई दिल्ली। सीएए को लेकर उत्तर पूर्वी दिल्ली में हिंसा के दौरान जमकर पत्थरबाजी हुई, जिसकी खौफनाक तस्वीरें सड़कों पर बिखरीं ईंट-पत्थरों के रूप में दिखीं। नॉर्थ ईस्ट दिल्ली के जाफराबाद, मौजपुर, चांदबाग आदि हिंसा ग्रस्त इलाकों में जमकर ईंट पत्थर चले। हिंसा प्रभावित इलाकों में भारी संख्या में पुलिस बल तैनात किए जाने के बाद शांति का माहौल बनना शुरू हुआ तो पूर्वी निगम ने सफाई कार्य शुरू किया। दिल्ली हिंसा, दिल्ली हिंसा में पत्थरबाजी, दिल्ली हिंसा में रोड़ पर बिखरे ईट-पत्थर, पत्थरबाजी, दिल्ली नगर निगम,
उत्तर-पूर्व दिल्ली के दंगा प्रभावित क्षेत्रों से सात लाख किलो ईंट, पत्थर और रोड़े एकत्रित किए गए हैं। निगम इनका इस्तेमाल इंटरलॉकिंग टाइल्स बनाने में करेगा। दंगे में इस्तेमाल किए गए ईंट-पत्थरों को शास्त्री पार्क स्थित प्लांट में तोड़ा किया जाएगा, जिनका इस्तेमाल इंटरलॉकिंग टाइल्स में किया जाएगा। इंटरलॉकिंग टाइल्स बनाने में रेत, पत्थर और सीमेंट आदि का प्रयोग किया जाता है।
पूर्वी निगम ने सोमवार को दंगा प्रभावित इलाकों से ईंट, पत्थर, रोड़े और जले वाहन एकत्रित करने का अभियान शुरू किया था, जो गुरुवार को पूरा हो गया। इस अभियान में लगभग 200 ऑटो, 80 मिनी ट्रक और 500 कर्मचारियों को लगाया गया था। पूर्वी दिल्ली नगर निगम सूचना निदेशक अरुण सिंह ने बताया कि दंगा प्रभावित इलाकों की सड़कों और गलियों से उठाए गए ईंट, पत्थर और रोड़ों का इस्तेमाल इंटरलॉकिंग टाइल्स बनाने में किया जाएगा। निगम की प्लॉट में यह काम किया जा रहा है।