ख्याला डबल मर्डर केस का आरोपी गिरफ्तार, मृतक की बेटी ने झगडे की पूरी बजह?

ख्याला इलाके में पति-पत्नी और उनके बेटे पर चापड़ से हमला करने के मामले में बुधवार देर रात पति की भी मौत हो गई, जबकि महिला ही दम तोड़ चुकी थी।

Update: 2019-01-18 06:07 GMT

नई दिल्ली : ख्याला इलाके में पति-पत्नी और उनके बेटे पर चापड़ से हमला करने के मामले में बुधवार देर रात पति की भी मौत हो गई, जबकि महिला ही दम तोड़ चुकी थी। पुलिस ने बृहस्पतिवार तड़के जखीरा इलाके से आरोप को गिरफ्तार कर लिया है। वीरू के बेटे आकाश की हालत गंभीर बनी हुई है। बुधवार शाम गली में जो कत्लेआम हुआ, उसे देख-सुनकर हर कोई कांप उठा। 

मृतक की बड़ी बेटी ने बताई पूरी कहानी?

कत्लेआम की सबसे अहम चश्मदीद वीरू की बड़ी बेटी 19 साल की खुशबू हैं। शादीशुदा हैं। ससुराल आगरा में है। 5 महीने की गर्भवती हैं। खुशबू रविवार को ही मायके आई थीं। वीरू के परिवार को मारने की स्क्रिप्ट आरोपी 2 महीने पहले ही लिख चुका था। वजह थी कोल्डड्रिंक की एक बोतल। उस दिन वीरू की सबसे छोटी बेटी खुशी और 11 साल का अमन छत पर खेल रहे थे। अचानक कोल्डड्रिंक की बोतल आरोपी के चबूतरे पर गिरी। बाहर निकलकर उसने बच्चों और पड़ोसियों को बहुत देर तक गाली दी। सभी पड़ोसियों को जान से मारने की धमकी दी। उस वक्त सुनीता ने बच्ची को गाली देने का विरोध किया था और पुलिस आई थी। तब मामले को सुलझाकर शांत करा दिया था।

खुशबू ने पुलिस को बताया कि बुधवार शाम मां गली के नुक्कड़ पर कुछ सामान लेने जा रही थीं। रास्ते में आरोपी सब्जी लेकर लौट रहा था। आरोपी ने सुनीता को घूरकर देखा और बुदबुदाते हुए गंदी बात बोलते हुए पास से गुजरा। सुनीता लौटीं। घर के गेट पर पति और बेटे को आवाज लगाते हुए मोबाइल मंगवाया। कहा कि 'जल्दी फोन ला 100 नंबर पर कॉल कर पुलिस को बुला'। सुनीता के पति वीरू और बेटा आकाश नीचे उतरकर आए। आकाश उसके दरवाजे पर पहुंचा। जोर-जोर से दरवाजा खटखटकाया। आरोपी को बाहर निकलने के लिए कहा।

आरोपी कमरे से मीट काटने वाला छुरा हाथ में लेकर निकला। दरवाजा खोलते ही सीधे आकाश के पेट में घोंप दिया। फिर बाहर की ओर भागा। वीरू ने आरोपी को रोकने की कोशिश की तो उन पर भी हमला कर दिया। इतने में सुनीता ने ईंट उठा ली। तभी आरोपी ने सुनीता के पेट और सिर पर हमला कर दिया। गली में वीरू, सुनीता और आकाश तड़पने लगे।

आरोपी ने वीरू की बेटी खुशबू और सबसे छोटी बेटी खुशी को भी देख लिया था। वह उनके पीछे भागा। गर्भवती खुशबू, छोटी बहन को लेकर चिल्लाते हुए भागती रही। वह लोगों से कहती रही, 'मेरे घरवालों को बचा लो'। कोई भी मदद को नहीं आया। लोग विडियो बनाने में लगे थे। 

ख्याला जैसी दर्दनाक घटना के लिए कहीं-कहीं हम भी जिम्मेदार हैं, पति-पत्नी और बेटा चापड़ के हमले से बुरी तरह घायल होकर सड़क पर तड़पते रहे, लेकिन किसी भी पड़ोसी ने उन्हें अस्पताल तक पहुंचाने की जहमत नहीं उठाई। इसके बजाय लोग अपने-अपने मोबाइल से घायलों के वीडियो बनाते रहे। इस बीच, सुनीता की मौत हो गई, जबकि वीरू और आकाश फटा हुआ पेट लिये सड़क पर पड़े रहे। पुलिस ने पहुंचकर दोनों को गुरु गोविंद सिंह अस्पताल पहुंचाया। 

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