निजामुद्दीन की दरगाह के पास मरकज में थे 33 कोरोना संदिग्ध, अस्पताल ले जाते समय एक ने दम तोड़ा
कोरोना से मुश्किलें लगातार बढ़ रही हैं. राजधानी दिल्ली में रविवार को 23 नए मामले सामने आए. ऐसे में दिल्ली में महामारी का खतरा और तेजी से फैलने की आशंका बढ़ गई है. उधर, शहर के एलएनजेपी अस्पताल में रविवार की शाम 34 संदिग्धों को लाया गया. जिसमें अस्पताल ले जाते समय एक व्यक्ति की ,मौत की जानकारी मिली है. ये लोग कई दिनों से निजामुद्दीन के एक दरगाह में डेरा डाले हुए थे. इस ग्रुप में शामिल 64 साल के एक मरीज की मौत हो गई है. बाकी 33 लोगों में भी कोरोना जैसे लक्षण दिखाई दिए हैं. इनका सैंपल जांच के लिए भेजे गए हैं. ये सभी लोग विदेश से धार्मिक यात्रा करके लौटे थे.
बता दें कि कोरोना के कहर से राजधानी के बगल में नोएडा भी अछूता नहीं है. यहां भी रविवार तक 32 लोगों के संक्रमित होने की बात सामने आ चुकी है. देश में अब तक 1200 लोंगों के संक्रमित होने की जानकारी मिली है जबकि तीस लोंगों की मौत की खबर है.
दिल्ली के निजामुद्दीन दरगाह आए करीब 200 लोगों की कोरोना जांच शुरू हो गई है. तब्लीगी जमात के मरकज से करीब 15 देशों के 100 विदेशी नागरिकों समेत 200 लोगों को दिल्ली के अलग-अलग हॉस्पिटल में एडमिट कराया गया है. इन लोगों का कोरोना टेस्ट होगा. अगर इनका टेस्ट निगेटिव आता है तो फिर भी इन्हें क्वारनटीन किया जा सकता है.
बता दें, निजामुद्दीन दरगाह पर बांग्लादेश, श्रीलंका, अफगानिस्तान, मलेशिया, सऊदी अरब, इंग्लैंड और चीन के करीब 100 विदेशी और करीब 100 से अधिक देशी नागरिक आए थे. यह लोग तब्लीगी जमात के मरकज की बिल्डिंग में ठहरे थे. रविवार को तमिलनाडु के एक 64 वर्षीय शख्स की मौत हो गई थी, जिसके बाद पुलिस ने जांच शुरू कर दी.
शख्स की मौत के बाद हड़कम्प मच गया. मौत के तार कोरोना से जोड़े जाने लगे. फिलहाल, लाश को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया. इस बीच रविवार को ही 34 संदिग्धों को एलएनजेपी अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उनका टेस्ट किया गया. हालांकि, अभी रिपोर्ट नहीं आई है. इनकी रिपोर्ट आने से पहले प्रशासन ने बड़ी कार्रवाई की है.