वित्त मंत्री से मिले मनीष सिसोदिया, केंद्रीय करों में दिल्ली का हिस्सा मांगा, तो सीतारमण ने दिया ये जवाब?
सिसोदिया 'आप' की सरकार में वित्त विभाग और शिक्षा विभाग जैसे कई अहम विभाग संभाल रहे हैं। आम आदमी पार्टी (आप) के संयोजक एवं मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की अगुवाई वाली नई सरकार को विधानसभा में अपना पहला बजट पेश करना है।
नई दिल्ली। दिल्ली के उप मुख्यमंत्री और वित्त मंत्री शुक्रवार दिन में केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण से मिले। दोनों नेताओं के बीच में काफी देर बैठक चली। मनीष सिसोदिया ने सीतारमण से मिलने के बाद कहा कि दिल्ली के विकास को लेकर हमारी सकारात्मक बातचीत हुई। मैंने उनसे मांग की कि केंद्रीय करों में दिल्ली की जो हिस्सेदारी है उसे वह हमें दें। उन्होंने आश्वासन दिया है कि वह इस मामले को देखेंगी।
16 फरवरी को शपथ ग्रहण करने के बाद निर्मला सीतारमण के साथ आज यह उनकी मुलाकात थी। सिसोदिया 'आप' की सरकार में वित्त विभाग और शिक्षा विभाग जैसे कई अहम विभाग संभाल रहे हैं। आम आदमी पार्टी (आप) के संयोजक एवं मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की अगुवाई वाली नई सरकार को विधानसभा में अपना पहला बजट पेश करना है।
Delhi Finance Minister Manish Sisodia meets Union Finance Minister Nirmala Sitharaman. He says, "There was a positive dialogue over issues related to development of Delhi. I demanded that Delhi be given its share of central taxes. She has assured me that she will look into it". pic.twitter.com/JnbZwfbVqj
— ANI (@ANI) February 21, 2020
गौरतलब है कि दिल्ली के मुख्यमंत्री का लगातार तीसरी बार कार्यभार संभालने के बाद केजरीवाल ने बुधवार को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से पहली बार मुलाकात की थी। केजरीवाल ने बाद में संवाददाता सम्मेलन में कहा कि अमित शाह के साथ मुलाकात अच्छी रही। उन्होंने कहा कि सौहार्दपूर्ण माहौल में बैठक हुई जिसमें हमने विभिन्न मसलों पर बात की। दोनों इस बात पर सहमत हुए कि दिल्ली के विकास के लिए केंद्र और राज्य सरकार को मिलकर काम करने की जरूरत है और हम साथ मिलकर काम करेंगे। मुख्यमंत्री ने शाहीन बाग के धरने को लेकर पूछे गए सवाल पर कहा कि अमित शाह के साथ इस मसले पर कोई चर्चा नहीं हुई।
बाद में अरविंद केजरीवाल ने ट्विटर पर लिखा कि दिल्ली में अधिकार और जिम्मेदारी का बंटवारा है। दिल्ली देश की राजधानी है और इसके विकास के लिए केंद्र और राज्य मिलकर काम करेंगे। महिला सुरक्षा समेत विभिन्न मामलों पर साथ मिलकर काम होगा, ताकि किसी भी तरह के मतभेद से बचा जा सके।
उल्लेखनीय है कि आप संयोजक अरविंद केजरीवाल और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह दिल्ली के चुनाव में अपनी-अपनी पार्टी का चेहरा थे। भाजपा व आप की तरफ से एक-दूसरे के खिलाफ तीखी बयानबाजी हुई थी। इससे चुनावी माहौल काफी तल्ख हो गया था। दिल्ली में सरकार बनने के बाद दोनों की पहली मुलाकात काफी सकारात्मक रही।
ज्ञात हो कि दिल्ली विधानसभा का तीन दिवसीय सत्र 24 फरवरी से शुरू होगा। इसके साथ ही मुख्यमंत्री केजरीवाल ने सभी विभागों के प्रमुखों को आम आदमी पार्टी गारंटी कार्ड में उल्लिखित 10 गारंटी के कार्यान्वयन के लिए अपनी कार्ययोजना एक सप्ताह के भीतर प्रस्तुत करने का निर्देश दिया है।