दिल्ली के स्कूल की हैप्पीनेस क्लास में पहुंचीं मेलानिया,तिलक लगा-आरती उतारकर बच्चों ने किया स्वागत
मेलानिया ने सर्वोदय को-एड सीनियर सेकेंडरी स्कूल में कुछ वक्त बिताया। इस दौरान वो बच्चों को वहां के टीचिंग स्टाफ से घुलती-मिलती नजर आईं।
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प परिवार के साथ भारत दौरे का आज आखिरी दिन है। इस दौरान ट्रंप की पत्नी मेलानिया मंगलवार दोपहर दिल्ली के एक सरकारी स्कूल पहुंचीं। यहां रंग बिरंगी वेशभूषा में सजे बच्चों ने अमेरिका की प्रथम महिला का स्वागत किया। मेलानिया ने सर्वोदय को-एड सीनियर सेकेंडरी स्कूल में कुछ वक्त बिताया। इस दौरान वो बच्चों को वहां के टीचिंग स्टाफ से घुलती-मिलती नजर आईं।
दिल्ली: अमेरिका की प्रथम महिला मेलानिया ट्रंप सर्वोदय को-एड सीनियर सेकेंडरी स्कूल पहुंचीं। pic.twitter.com/vZePBTZuhu
— ANI_HindiNews (@AHindinews) February 25, 2020
गुलाबी लहंगे में स्वागत करने तैयार एक बच्ची से तो मेलानिया काफी देर तक बातचीत करती दिखीं। सुरक्षा कारणों से इस स्कूल का नाम पहले सार्वजनिक नहीं किया गया था। कार्यक्रम को लेकर विवाद भी हो गया था। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया को कार्यक्रम में नहीं बुलाया गया।
दिल्ली: सर्वोदय को-एड सीनियर सेकेंडरी स्कूल में अमेरिका की प्रथम महिला मेलानिया ट्रंप। pic.twitter.com/mwRQT8tdF2
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मेलानिया ट्रंप ने बच्चों से बात करती
दिल्ली: सर्वोदय को-एड सीनियर सेकेंडरी स्कूल में स्कूली बच्चों के साथ अमेरिका की प्रथम महिला मेलानिया ट्रंप। pic.twitter.com/J6iOi33AYn
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रविवार को अमेरिकी दूतावास के प्रवक्ता ने कहा था, "हमें इस कार्यक्रम में दिल्ली के मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री की मौजूदगी पर कोई आपत्ति नहीं है। हम उनकी इस समझ के लिए सराहना करते हैं कि यह गैर राजनीतिक कार्यक्रम है। इसका मकसद शिक्षा, स्कूल और छात्रों के बारे में सोचना है।"
केजरीवाल ने ट्वीट कर खुशी जाहिर की
मेलानिया ट्रंप के स्कूल दौरे से पहले मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने ट्वीट कर दिल्ली के सरकारी स्कूलों को बधाई दी है. केजरीवाल ने ट्वीट करते हुए कहा, 'हमें खुशी है कि अमेरिका की फर्स्ट लेडी हमारे स्कूल में आ रही हैं. हमारे शिक्षकों, छात्रों और दिल्ली वालों के लिए बहुत बड़ा दिन है. सदियों से भारत ने दुनिया को आध्यात्मिकता सिखाई है. मुझे खुशी है कि वह हमारे स्कूल से खुशी का संदेश लेकर वापस जाएंगी.'
बता दें कि दिल्ली सरकार के स्कूलों में करीब डेढ़ साल पहले हैप्पीनेस करिकुलम शुरू किया गया था. इसके तहत हर दिन बच्चों को एक स्पेशल क्लास दी जाती है, जिसका नाम 'हैप्पीनेस क्लास' रखा गया है. इस क्लास का मकसद बच्चों में सकारात्मकता पैदा करना है.बता दें कि दिल्ली के सरकारी स्कूलों में चलने वाली हैप्पीनेस क्लास 45 मिनट की होती है. हर दिन एक पीरियड हैप्पीनेस क्लास का होता है. इसमें नर्सरी से लेकर कक्षा आठ तक के बच्चों को शामिल किया जाता है. इस क्लास में बच्चों को ध्यान कराया जाता है और इसमें किसी भी तरह की कोई प्रार्थना नहीं होती है. इस क्लास में न तो कोई मंत्र बोला जाता हे और न ही किसी देवी-देवता की पूजा की जाती है. इसमें अपनी सांसों पर ध्यान देने को कहा जाता है, जिससे बच्चों का दिमाग शांत किया जा सके. यह भारत में ध्यान लगाने की बहुत पुरानी संस्कृति है.