एक से दो दिनों में केरल पहुंचेगा मानसून,जानिए उत्तर प्रदेश समेत संपूर्ण देश में मौसम का हाल
उत्तर प्रदेश,बिहार,झारखंड सहित देश के कुछ हिस्सों में छिटपुट बारिश के आसार
दक्षिण-पश्चिम मानसून कल तक केरल पहुंचेगा। भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) के अनुसार, अगले 2 से 3 दिनों के दौरान केरल के ऊपर दक्षिण-पश्चिम मानसून की शुरुआत के लिए परिस्थितियां अनुकूल होती जा रही हैं. आईएमडी ने कहा, 'अगले 2-3 दिनों के दौरान केरल में मानसून की शुरुआत के लिए परिस्थितियां अनुकूल होती जा रही हैं। इसी अवधि के दौरान अरब सागर और लक्षद्वीप क्षेत्र के कुछ और हिस्सों में दक्षिण-पश्चिम मानसून के आगे बढ़ने के लिए भी परिस्थितियां अनुकूल हैं।
इससे पहले, मौसम एजेंसी ने भविष्यवाणी की थी कि मानसून 27 मई को केरल की मुख्य भूमि से टकराएगा. हालांकि, इसमें देरी हो गई है. केरल में मानसून के आगमन का सामान्य दिन 1 जून है.इस बीच, पश्चिमी हवाओं और दक्षिण-पश्चिमी हवाओं में एक ट्रफ के प्रभाव में, आने वाले कुछ दिनों में पूर्वोत्तर भारत और उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल और सिक्किम में व्यापक रूप से हल्की या मध्यम वर्षा होने की संभावना है.
बिहार, झारखंड, ओडिशा, गंगीय पश्चिम बंगाल में बारिश की संभावना
अगले चार से पांच दिनों के दौरान बिहार, झारखंड, ओडिशा और गंगीय पश्चिम बंगाल में गरज के साथ छिटपुट बौछारें या तेज हवाओं के साथ बिजली गिरने का पूर्वानुमान मौसम विभाग ने जताया है. मौसम विभाग ने अपनी बुलेटिन में कहा, 'उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल और सिक्किम में 30 और 31 मई को अलग-अलग भारी वर्षा की संभावना है;अरुणाचल प्रदेश में 1 जून को; असम-मेघालय में 29 मई-01 जून के दौरान, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा में 29, 31 मई और 01 जून, 2022 को बारिश हो सकती है।
दक्षिण में बारिश का अनुमान
अरब सागर से आने वाली पछुआ हवाओं के प्रभाव के कारण केरल, तेलंगाना, तमिलनाडु, कर्नाटक और आंध्र प्रदेश सहित भारत के कई दक्षिणी राज्यों में भी बारिश की संभावना है. आईएमडी ने कहा, 'केरल और माहे और लक्षद्वीप में गरज,चमक के साथ व्यापक रूप से हल्की,मध्यम वर्षा और अगले 5 दिनों के दौरान आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, कर्नाटक, तमिलनाडु, पुडुचेरी और कराईकल में अलग-अलग वर्षा होने की संभावना है. केरल और माहे में 28 मई-1 जून के दौरान भारी वर्षा की संभावना है. लक्षद्वीप में 30 मई को बारिश हो सकती है।
उत्तर प्रदेश, पंजाब, हरियाणा के कुछ हिस्सों में भी बारिश के आसार
इस बीच, अगले 4 से 5 दिनों के दौरान देश भर में कोई महत्वपूर्ण हीटवेव की स्थिति नहीं होगी. मौसम एजेंसी ने कहा कि अगले 3 दिनों के दौरान उत्तर पश्चिम भारत के अधिकांश हिस्सों में अधिकतम तापमान में 2-3 डिग्री सेल्सियस की वृद्धि होने की संभावना है और उसके बाद कोई महत्वपूर्ण बदलाव नहीं होगा. इसी तरह, अगले 2 दिनों के दौरान भारत के मध्य भाग में तापमान में 2 से 3 डिग्री सेल्सियस की वृद्धि होगी. पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव के तहत, अगले 5 दिनों के दौरान जम्मू-कश्मीर और हिमाचल प्रदेश में अलग-अलग गरज के साथ छिटपुट या मध्यम वर्षा या तेज हवाओं के साथ बिजली गिरने की संभावना है. पंजाब, उत्तर प्रदेश और हरियाणा के कुछ हिस्सों में भी बारिश की भविष्यवाणी की गई है।