देशव्यापी रथयात्रा EWS के आधार पर आरक्षण की माँग लेकर जंतर मंतर पर कल करेगा प्रदर्शन
नई दिल्ली, अखिल भारतीय क्षत्रिय महासभा की तीसरी राष्ट्रव्यापी रथयात्रा के समापन समारोह से पूर्व आज गांधी समाधि, राजघाट, नई दिल्ली मे राष्ट्रीय एवं विभिन्न प्रदेशों से आए हुए पदाधिकारी एवं विभिन्न जातियों के प्रतिनिधियों के साथ धरने पर बैठे एवं महात्मा गांधी की समाधि पर पुष्प अर्पण किए गए!
देशव्यापी रथयात्रा EWS के आधार पर आरक्षण की माँग, सामाजिक समरसता व महापुरुषों के इतिहास के संरक्षण की माँग को लेकर गत 9 अगस्त 2022 को जम्मू के ऐतिहासिक राजतिलक भवन से प्रारंभ होकर पंजाब, हिमाचल, उत्तराखंड, हरियाणा, राजस्थान, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, छत्तीसगढ़, उड़ीसा, झारखंड, बिहार, उत्तर प्रदेश के विभिन्न शहरों तथा दिल्ली एन सी आर में जन जागृति पैदा करती हुई आज गांधी समाधि, राजघाट, नई दिल्ली पहुँची व महासभा के पदाधिकारियों के साथ विभिन्न जातियों के लोग धरने पर बैठे।
देशव्यापी रथयात्रा का समापन कल 7 अक्टूबर 2022 को प्रातः 9 बजे जंतर मंतर पर प्रदर्शन व महामहिम राष्ट्रपति महोदया, माननीय प्रधानमंत्री जी, लोकसभा अध्यक्ष व लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष को ज्ञापन देने के उपरांत सुबह 11 बजे गांधी दर्शन, सत्याग्रह मंडप, राजघाट, नई दिल्ली में विशाल सम्मेलन के साथ सम्पन्न होगा।
महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष महेंद्र सिंह तवर एवं उपाध्यक्ष विजय सिंह परिहार ने पत्रकारों को संबोधित करते हुए बताया कि सम्मेलन में देश के कोने-कोने से विभिन्न जाति व समुदायों के प्रतिनिधि व पदाधिकारी बड़ी संख्या में भाग लेंगे, वहीं सुप्रीम कोर्ट के जाने-माने वकील डॉ. ए पी सिंह ने सामाजिक समरसता और इतिहास संरक्षण पर अपने संबोधन के दौरान बल दिया!
आज गांधी समाधि, राजघाट, नई दिल्ली पर धरने में बैठने वालों में प्रमुखतः महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष महेंद्र सिंह तँवर, राष्ट्रीय उपाध्यक्ष विजय सिंह परिहार, सुप्रीम कोर्ट के वकील डॉ. ए पी सिंह, जयपाल सिसोदिया, ग्रुप कैप्टन जयपाल सिंह चौहान, दामोदर सिंह, ध्यान पाल सिंह अध्यक्ष दिल्ली, ललन सिंह कार्यकारी अध्यक्ष झारखंड, डॉ. अशोक चौहान निगम पार्षद, एस मोहनराज अध्यक्ष तामिलनाडू, त्रिवेणी जादौन, दुष्यंत सिंह एन सी आर प्रभारी, एस रामालिंगम उपाध्यक्ष तामिलनाडू, सी बालाजी अध्यक्ष उत्तर चेन्नई प्रमुख, शिवनंदन सिंह अध्यक्ष क्षत्रिय समाज न्यास, महिला महासभा से गीता चौहान एडवोकेट, एच एन सिंह, अयोध्या से स्वामी बालमुकुंद आचार्य, भरत शास्त्री, उमाकांत सिंह आदि रहे।