निर्भया केस: दोषी मुकेश ने किया चौकाने वाला दावा- मेरे भाई राम सिंह ने जेल में सुसाइड नहीं किया,बल्कि...

Update: 2020-01-28 09:28 GMT

नई दिल्ली। पटियाला हाउस कोर्ट ने चारों दोषियों को एक फरवरी सुबह छह बजे फांसी पर लटकाने का डेथ वारंट जारी किया है। मुकेश और अक्षय कुमार सिंह ने क्यूरेटिव याचिका दायर की थी, जिसे सुप्रीम कोर्ट ने खारिज कर दिया। वहीं, पवन गुप्ता और विनय शर्मा ने अभी क्यूरेटिव याचिका दायर नहीं की है। लेकिन जैसे जैसे ये तारीख नजदीक आ रही है वैसे वैसे इस केस में नया मोड़ आ रहा है। निर्भया गैंगरेप मामले में एक दोषी मुकेश सिंह ने सुप्रीम कोर्ट में चौंकाने वाला दावा किया है।

मंगलवार को सुप्रीम कोर्ट में राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद द्वारा दया याचिका के खिलाफ हुई सुनवाई में मुकेश की वकील अंजना प्रकाश ने दावा किया कि इस मामले में एक आरोपी की जेल में हत्या कर दी गई थी. कोर्ट में मुकेश की याचिका पढ़ते हुए प्रकाश ने बताया कि 'मुकेश की दलील है कि आरोपियों में से एक की आत्महत्या वास्तव में एक हत्या थी लेकिन 'वर्षों तक यह बात छिपी रही.'

इतना ही नहीं सुप्रीम कोर्ट में प्रकाश ने बताया कि मुकेश के साथ यौन शोषण हुआ और उसे निर्भया केस के अन्य आरोपी अक्षय के साथ सबके सामने शारीरिक संबंध बनाने के लिए कहा गया। उसे पहले दिन से ही जेल में मारा गया है और पांच साल से वह डर से सो नहीं पाया है। जब भी वह सोता है तो उसे मौत के और पिटाई के सपने आते हैं

कौन था राम सिंह

बता दें 32 साल का राम सिंह (Ram Singh) पेशे से ड्राइवर था. जिस बस में निर्भया का गैंगरेप हुआ उस बस का ड्राइवर राम सिंह ही था. राम सिंह इस केस में मुख्य आरोपी था. उसने निर्भया के साथ गैंगरेप करने के अलावा उसके दोस्त को लोहे के रॉड से पीटा भी था. घटना के कुछ समय बाद ही पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया था. लेकिन इससे पहले की मामले में सजा सुनाई जाती राम सिंह ने कथित तौर पर आत्महत्या कर ली थी।


Tags:    

Similar News