निर्भया गैंगरेप: दोषी विनय फूट-फूट कर रोया, पिता से मिलकर बोला- एक बार...तो...
नई दिल्ली. निर्भया गैंगरेप कस चारों दोषियों की फांसी की तारीख जैसे-जैसे करीब आ रही है, उनकी मौत का डर बढ़ता जा रहा है. मंगलवार को क्यूरेटिव पिटीशन खारिज होने के बाद निर्भया के दोषियों में से एक विनय शर्मा सबसे ज्यादा परेशान और बेचैन देखा गया. तिहाड़ जेल के सूत्रों के मुताबिक, जेल कर्मी ने आवाज लगाई कि विनय तुमसे कोई मिलने आया है। अपने सेल में फर्श पर एकांत में बैठा विनय लड़खड़ाते कदम से जेल कर्मी के साथ विजिटर रूम पहुंचता है। पिता को सामने देखते ही वह रो पड़ता है और यही हाल उसके पिता का भी है।
विनय के मुंह से अचानक आवाज निकलती है कि पापा एक बार गले तो लगा लो। लेकिन दोनों एक दूसरे को छू भर पाते हैं। आधे घंटे तक चली मुलाकात के दौरान विनय की आंखों के सामने अंधेरा छा जाता है और वह लड़खड़ाकर गिरने लगता है जिसे जेल कर्मी थाम लेते हैं।
यह दोषी विनय की अपने परिवार से अंतिम मुलाकात थी या नहीं, इस बारे में जेल प्रशासन ने खुलासा नहीं किया है। जेल सूत्रों का कहना है कि जेल मैनुअल के मुताबिक जेल में बंद कैदियों को एक सप्ताह में दो बार परिवार के सदस्यों से मिलने की इजाजत दी जाती है।
फांसी की तारीख मुकर्रर होने के बाद निर्भया के सभी गुनहगारों को तिहाड़ जेल के कसूरी वार्ड नंबर 4 में रखा गया है. जेल सूत्रों के मुताबिक, दोषी विनय अपने पिता से मुलाकात के दौरान दो बार लड़खड़ाकर गिरने वाला था. हालांकि, जेल कर्मियों ने उसे संभाल लिया. इन चारों की सेल में टीवी लगा हुआ है, जहां वे न्यूज़ देखते रहते हैं. टीवी के जरिए ही विनय और मुकेश को क्यूरेटिव पिटीशन के खारिज होने की खबर मिली.
दिल्ली की पटियाला हाउस कोर्ट ने मामले के चारों दोषियों के खिलाफ 7 जनवरी को डेथ वॉरंट जारी किया था. कोर्ट के आदेश के मुताबिक, चारों दोषियों को 22 जनवरी सुबह 7 बजे तिहाड़ जेल में फांसी पर लटकाया जाना है।