निर्भया गैंगरेप: फांसी से पहले दोषी विनय ने सुसाइड करने की कोशिश,पुलिस ने ऐसे बचाया

Update: 2020-01-17 05:52 GMT

नई दिल्ली। फांसी का दिन करीब आने के साथ ही तिहाड़ जेल प्रशासन निर्भया गैंगरेप और मर्डर के दोषियों पर कड़ी नज़र बनाए हुए हैं तो दोषियों का डर बढ़ता जा रहा है. कहा जा रहा है कि निर्भया के चारों दोषियों ने फिलहाल जेल में किसी से भी बातचीत करना बंद कर दिया है. पिछले हफ्ते जेल कर्मी से किसी बात पर बहस के दौरान हाथापाई की नौबत भी आ गई थी।

तिहाड़ जेल में बंद निर्भया गैंगरेप के 4 दोषियों में से एक विनय ने बुधवार को सुसाइड की कोशिश की. उसने जेल में फंदा लगाकर जान देने की कोशिश की है. हालांकि, वहां मौजूद सिपाहियों की निगाह पड़ने पर उसे बचा लिया गया. सुसाइड की यह कोशिश ऐसे वक्त में की गई जब दोषियों पर सीसीटीवी (CCTV) से 24 घंटे निगरानी रखी जा रही है. विनय द्वारा सुसाइड की कोशिश किए जाने का यह दावा उसके वकील एपी सिंह ने किया है, जबकि तिहाड़ जेल महानिदेशक संदीप गोयल ऐसी किसी घटना से इनकार कर रहे हैं.

सूत्र बताते हैं कि विनय जेल नंबर चार के सिंगल कमरे में बंद था. उसकी कोठरी और शौचालय के बीच सिर्फ एक पर्दा है. शौचालय में लोहे का छोटा सा खूंटीनुमा टुकड़ा लगा है. बुधवार सुबह 9 से 10 बजे के बीच उसने गमछे से फंदा बनाकर खूंटे से लटकने की कोशिश की. फंदा 5-6 फीट की ऊंचाई पर ही होने के कारण वह ठीक से लटक नहीं पाया. और इसी दौरान सुरक्षाकर्मियों की उस पर निगाह पड़ गई।

जानकारों की मानें तो किसी भी दोषी को फांसी देने से पहले कई बातों का ख्याल रखा जाता है. जैसे वो एकदम स्वास्थ्य होना चाहिए. उस पर किसी भी तरह का कोई केस बाकी नहीं रहना चाहिए. शायद यह ही वजह है अपने ऊपर केस दर्ज कराने के लिए विनय ने सुसाइड की कोशिश की. जिससे आत्महत्या की कोशिश का मामला उस पर दर्ज हो जाए।

निर्भया के एक और दोषी पवन के पिता ने दिल्ली की एक कोर्ट में याचिका दाखिल की है. पवन के पिता ने इस केस से जुड़े एकमात्र गवाह के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने के आदेश से इनकार करने संबंधी मजिस्ट्रेट के आदेश को चुनौती दी है. जानकारों की मानें, तो इस याचिका पर 27 जनवरी को सुनवाई होने की उम्मीद है।

 चारों दोषियों को गुरुवार को दिल्‍ली के तिहाड़ जेल  नंबर 3 में शिफ्ट कर दिया गया. इन चारों दोषियों का मेडिकल परीक्षण भी कराया जाएगा. इसके बाद इन चारों को 24 घंटे सीसीटीवी कैमरे की निगरानी में रखा जाएगा. साथ ही आगे भी इन सभी का शारीरिक और मानसिक मेडिकल परीक्षण लगातार कराया जाएगा

जेल के वरिष्ठ अधिकारी ने बताया, '' हमनें चारों दोषियों को जेल संख्या तीन में स्थानांतरित कर दिया है, जहां पर फांसी दी जानी है.'' उन्होंने बताया कि अभी तक विनय शर्मा को तिहाड़ की जेल संख्या चार में रखा गया था जबकि मुकेश और पवन जेल संख्या दो में रखे गए थे.


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