उत्तर प्रदेश के इनामी गैंगस्टर अंकित गुर्जर की संदिग्ध मौत के मामले में दिल्ली पुलिस ने तिहाड़ जेल के अधिकारी के खिलाफ नामजद एफआईआर दर्ज कर ली है। यह एफआईआर घटना के एक सप्ताह बाद दर्ज की गई है। जानकारी के अनुसार, तिहाड़ की जेल नंबर 3 में बंद गैंगस्टर अंकित गुर्जर बीते बुधवार 4 अगस्त सुबह संदिग्ध हालात में मृत पाया गया था। उसके शरीर पर चोट के निशान मिले थे। इस मामले की जांच कर रही पुलिस ने इस संबंध में हरि नगर पुलिस थाने में हत्या की धाराओं में एफआईआर दर्ज की है। एफआईआर में तिहाड़ के डिप्टी जेलर नरेंद्र मीणा का भी नाम है।
अंकित गुर्जर के भाई ने बताया था कि उनके पास तड़के फोन आया था कि अंकित को बुरी तरह से पीटा गया है और उसकी हालत खराब है। यह जानकारी मिलने पर परिवार के लोग तिहाड़ जेल पहुंचे, लेकिन उन्हें अंदर नहीं जाने दिया गया। इसके बाद वह हरि नगर थाने गए थे और वहां पुलिस को जानकारी दी और साथ ही 100 नंबर पर कॉल किया था। इसके बाद हरि नगर थाने की पुलिस तिहाड़ जेल नंबर तीन पहुंची थी।
अंकित के परिजनों ने इसे हत्या का मामला बताते हुए तिहाड़ जेल के एक वरिष्ठ अधिकारी समेत पांच कर्मचारियों पर हत्या का आरोप लगाया था। जेल के डीजी संदीप गोयल ने कहा था कि शुरुआती जांच में पता चला है कि कैदियों और जेल स्टाफ में हाथापाई हुई थी। पश्चिम जिले के मेट्रोपोलिटन मजिस्ट्रेट मामले की जांच कर रहे हैं। उन्होंने कहा था कि अंकित डॉन बनना चाहता था और हत्या, लूटपाट सहित अनेक वारदात में शामिल था।
अंकित गुर्जर उत्तर प्रदेश बागपत जिले के थाना चांदनी नगर के अंतर्गत आने वाले गांव खैला का रहने वाला था। उसे गत वर्ष अगस्त माह दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने गिरफ्तार किया था। उस पर सवा लाख रुपये का इनाम घोषित था। वह दिल्ली और उत्तर-प्रदेश में अनेक वारदातों शामिल था।