समाजवादी पार्टी के पांच सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल को पुलिस ने रोका, पहुंचे थे जहांगीरपुरी के पीड़ितों से मिलने
दिल्ली के जहांगीरपुरी में हनुमान जयंती पर दो समुदायों के बीच हुई हिंसा और उसके बाद बुलडोजर एक्शन के चलते तनाव अब भी समाप्त नहीं हुआ है।
दिल्ली के जहांगीरपुरी में हनुमान जयंती पर दो समुदायों के बीच हुई हिंसा (Violence In Jahangirpuri) और उसके बाद बुलडोजर एक्शन (Bulldozer Action In Delhi) के चलते तनाव अब भी समाप्त नहीं हुआ है। हालात तनावपूर्ण बने हुए हैं वहीं विपक्ष समेत तमाम दलों के नेता जहांगीरपुरी के प्रभावित क्षेत्र पहुंच रहे हैं। शुक्रवार को समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) का पांच सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल जहांगीरपुरी पहुंचा लेकिन उन पुलिस ने उन्हें रोक दिया। इस प्रतिनिधिमंडल में शफीकुर्रहमान बर्क, एसटी हसन, जावेद अली, रवि प्रकाश वर्मा, विशंभर प्रसाद शामिल हैं।
इससे पहले वामपंथी नेता डी.राजा (CPI Leader D. Raja) भी अपने साथियों के साथ आज जहांगीरपुरी हिंसा के पीड़ितों से मिलने के लिए पहुंचे लेकिन पुलिस (Delhi Police) ने उन्हें आगे नहीं जाने दिया। वामपंथी नेता घटनास्थल की तरफ जाना चाहते थे लेकिन सुरक्षाबलों ने उन्हें वहीं रोक दिया।
रोके जाने से नाराज डी. राजा ने कहा कि वह यहां पीड़ितों से मिलने आए हैं लेकिन पुलिस उन्हें अनुमति नहीं दे रही है। भारत सबका है, इसके बाद भी उन्हें आगे नहीं जाने दिया गया।
जहांगीरपुरी पहुंचे डी राजा सुरक्षाकर्मियों की बात सुनने के लिए राजी नहीं हुए तो डीसीपी (DCP) को खुद मौके पर आना पड़ा। इसके बाद भी डी राजा अपनी जिद पर अड़े रहे। वह हर हाल में हिंसा पीड़ितों से मिलने की बात कहकर करीब पांच मिनट तक डीसीपी से बहस करते रहे।
उत्तरी दिल्ली नगर निमग (NDMC) की ओर से कथित अवैध निर्माण को हटाने की कार्रवाई के बाद से राजनीतिक पारा भी चढ़ा हुआ है। इलाके में नेताओं का आना जातान लगा हुआ है। वहीं जुम्मे की नमाज (Namaz) को लेकर दिल्ली पुलिस को अलर्ट मोड पर रखा गया है। सुरक्षा (Security) को देखते हुए इलाके में सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं। जामा मस्जिद में बच्चों को नमाज के लिए न लाने की अपील की गई है।