शाहीन ब़ाग में पुलिस की कार्यवाई शुरु सीएए का विरोध करने वालों को दी ये चेतावनी
दिल्ली। नागरिका संशोधन कानून और नेशनल रजिस्टर ऑफ सिटीजन के खिलाफ शाहीन ब़ाग में बीते करीब 40 दिन से धरना चल रहा है लेकिन अब पुलिस की कार्रवाई शुरू हो गई है। इसके तहत पुलिस मंच से सात-आठ लोगों को पूछताछ के लिए थाने ले गई है। इससे नाराज प्रदर्शनकारी थाने पहुंचे हैं। गिरफ्तारी से प्रदर्शनकारियों में आक्रोश है।
हालांकि धरने पर बैठे लोगों का आरोप है कि शुक्रवार (जुमा) को दोपहर बाद पहुंची दिल्ली पुलिस ने वहां लंगर का टैण्ट उखाड़ना शुरु कर दिया. सिक्खों के लगाए टैण्ट को पुलिस ने उखाड़ दिया. जब वहां मौजूद कुछ लोगों ने इसका विरोध किया तो पुलिस ने कहा कि अगर लंगर चलाना है तो पहले थाने पर आकर मिलो. उसी के बाद देखा जाएगा कि यहां टैण्ट लग सकता है या नहीं. खास बात यह है कि शाहीन ब़ाग की तर्ज पर देश के दूसरे हिस्सों में भी दर्जनों जगहों पर महिलाओं ने सीएए और एनआरसी के खिलाफ धरना शुरु कर दिया है।
शाहीन बाग के ही रहने वाले और सोशल एक्टिविस्ट शाहजाद ने बताया कि दिल्ली पुलिस कल रात से ही धरने को खत्म करने का दबाव बना रही थी. जिस टैण्ट हाउस मालिक के टैण्ट यहां लगे हैं उससे कहा कि अपने टैण्ट उखाड़ लो वर्ना तुम पर केस कर दिया जाएगा. इतना ही नहीं आज जब लोग जुमा की नमाज के लिए गए हुए थे तो पीछे से आकर दिल्ली पुलिस ने लंगर के टैण्ट को उखाड़ दिया।
प्रदर्शन के कारण शाहीन बाग से कालिंदी कुंज वाला मार्ग पूरी तरह से बंद है। इसके चलते नोएडा से दिल्ली और दिल्ली से नोएडा आने-जाने वालों को परेशानी का सामना करना पड़ता है। यही नहीं छात्रों, दफ्तर जाने वालों, मरीजों और अस्पताल कर्मचारियों को भी काफी परेशानी हो रही है।
इसे लेकर कुछ लोग अदालत भी गए थे, जिसके बाद अदालत ने दिल्ली पुलिस से कहा था कि वह जनहित का ध्यान रखकर रास्ता खुलवाए जिससे लोगों की परेशानी कम हो सके। ऐसे में पुलिस कई दिनों से प्रदर्शनकारियों को शाहीन बाग से हटने और रास्ता खाली करने के लिए मना रही थी, लेकिन प्रदर्शनकारी हटने को तैयार नहीं थे। उनका कहना था कि प्रधानमंत्री उनसे मिलने आएं या फिर ये कानून वापस लिया जाए, तभी हम प्रदर्शन से हटेंगे।