जाफराबाद को भी शाहीन बाग बनाने पर तुले प्रदर्शनकारी,तो कपिल मिश्रा ने वीडियों ट्वीट कर कही बड़ी बात -सही कहा था मोदी जी ने....
प्रदर्शनकारी महिलाओं का कहना है कि वह यहां से तब तक नहीं हटेंगी, जब तक कि केंद्र सरकार सीएए को रद्द नहीं कर देती है।
नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) और राष्ट्रीय नागरिकता रजिस्टर (एनआरसी) के विरोध में जाफराबाद मुख्य सड़क पर चल रहे प्रदर्शन को लेकर भाजपा नेता कपिल मिश्रा ने ट्वीट किया है। उन्होंने लिखा है कि जाफराबाद में अब स्टेज बनाया जा रहा है। एक और इलाका जहां अब भारत का कानून चलना बंद हो गया।
कपिल ने आगे लिखा कि सही कहा था मोदी जी ने, शाहीन बाग एक प्रयोग था। उन्होंने लिखा कि एक-एक करके सड़कों, गलियों, बाजारों, मुहल्लों को खोने के लिए तैयार रहिए। चुप रहिए, जब तक आपके दरवाजे तक ना आ जाएं, चुप रहिए।
जाफराबाद में अब स्टेज बनाया जा रहा हैं
— Kapil Mishra (@KapilMishra_IND) February 23, 2020
एक और इलाका जहां अब भारत का कानून चलना बंद
सही कहा था मोदी जी ने शाहीन बाग एक प्रयोग था
एक एक करके सड़को, गलियों , बाजारों, मुहल्लों को खोने के लिए तैयार रहिए
चुप रहिए , जब तक आपके दरवाजे तक ना आ जाएं, चुप रहिए pic.twitter.com/san18pqjIa
इससे पहले भी कपिल ने जाफराबाद प्रदर्शन को लेकर ट्वीट किया था कि- अभी रात को दिल्ली के जाफराबाद की मेन रोड पर भी कब्जा कर लिया गया है। उन्होंने शाहीन बाग पर तंज कसते हुए कहा था कि एक और सड़क बंद। बांटो बिरयानी।मालूम हो कि पिछले डेढ़ माह से जाफराबाद रोड पर धरने पर बैठी महिलाएं शनिवार देर रात जाफराबाद मुख्य सड़क पर उतर आईं। इस दौरान उन्होंने नारेबाजी करते हुए एक तरफ से रास्ते को बंद कर दिया। प्रदर्शनकारी महिलाएं जाफराबाद मेट्रो स्टेशन परिसर में जमी हैं।
बतादें कि सीएए और एनआरसी के खिलाफ राजधानी दिल्ली के जाफराबाद मेट्रो स्टेशन के पास शनिवार रात को सैकड़ों की तादाद में महिलाएं विरोध में उतर आईं. वे लगातार प्रदर्शन कर रही हैं 500 से अधिक प्रदर्शनकारियों ने दिल्ली रोड को ब्लॉक कर दिया है. प्रदर्शनकारियों का कहना है कि जब केंद्र सरकार सीएए कानून वापस नहीं लेगी, वे सड़क से नहीं हटेंगी. यह सड़क सीलमपुर को मिर्जापुर और यमुना विहार से जोड़ती है. कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए प्रशासन ने जाफराबाद मेट्रो स्टेशन क्षेत्र में भारी पुलिस बल तैनात कर दिया है।
विरोध में उतरीं महिलाएं हाथों में तिरंगा लेकर 'आजादी' के नारे लगा रही हैं. प्रदर्शनकारी महिलाओं का कहना है कि वह यहां से तब तक नहीं हटेंगी, जब तक कि केंद्र सरकार सीएए को रद्द नहीं कर देती है।