रोहित शेखर हत्याकांड : अपूर्वा ने पुलिस के सामने खोला पति का सबसे बड़ा राज, बताई उस रात की पूरी कहानी
रोहित शेखर की हत्या के आरोप में गिरफ्तार पत्नी अपूर्वा शुक्ला ने पुलिस की पूछताछ में कई खुलासे किए हैं।
पुलिस पूछताछ में आरोपी अपूर्वा ने बताया कि वह पहले ही महिला रिश्तेदार और रोहित के संबंधों को लेकर खफा थी। साथ ही, कुछ दिनों पहले उसके बच्चे के नाम पर संपत्ति किए जाने की बात ने उसे और परेशान कर दिया था। वहीं, वारदात वाली रात जब रोहित ने कहा कि उत्तराखंड से वापसी के दौरान कार में उसने और महिला रिश्तेदार ने एक ही गिलास में शराब पी, इस बात पर वह और भड़क गई। फिर दोनों के बीच शुरू हुई कहासुनी रोहित की हत्या के बाद आखिरी कहासुनी में तब्दील हो गई।
अपूर्वा ने पुलिस को कुछ नई बातें बताई हैं।
पूछताछ में अपूर्वा ने 10 अप्रैल से लेकर 15 अप्रैल तक के पूरी बातें सिलसिलेवार तरीके से बताईं। जिसमें कई ऐसी बातें सामने आई हैं जो अब तक अपूर्वा के अलावा किसी और को नहीं पता थीं।
अपूर्वा ने बताया कि 10 अप्रैल को रोहित, उसकी मां उज्ज्वला और अन्य रिश्तेदार उत्तराखंड के काठगोदाम गए थे। फिर ये लोग 15 अप्रैल को दिल्ली लौटे थे। इस दौरान अपूर्वा ने रिश्तेदार महिला और रोहित पर गौर किया तो पता चला कि दोनों ही नशे में थे।
अपूर्वा आगे बताती है कि मैंने रोहित को खाना दिया और फिर बाद में हम दोनों साथ में ऊपर बेडरूम में चले गए। रात करीब 10.45 बजे मेरी सास उज्ज्वला और कुछ अन्य रिश्तेदार भोजन के लिए आ गए तभी मैं और रोहित दोनो लोग उन रिश्तेदारों के पास बैठे रहे। तब तक रात के लगभग 11:30 बज चुके थे।
अपूर्वा के मुताबिक, रोहित ने आधी रात को खाना खाया और फिर मैंने कुछ देर के लिए टीवी पर सावधान इंडिया देखा। फिर रात को करीब 12.45 पर पहली मंजिल स्थित रोहित के कमरे में गई। इस दौरान रोहित सो रहा था लेकिन मैंने उसे जगा दिया फिर आपस में बातचीत करनी शुरू की।
इसी दौरान अपूर्वा ने रोहित से उस रिश्तेदार महिला के बारे में पूछा कि क्या उसने महिला के साथ शराब पी, जब अपूर्वा ने पूछा कि क्या दोनों ने एक ही ग्लास से शराब पी? इस दौरान रोहित मुझ पर नाराज होने लगा।
अपूर्वा ने पुलिस को बताया रोहित के गुस्सा होने पर उसने रोहित को मारना शुरू किया। वह पहले ही रोहित पर बैठ चुकी थी और फिर उसने रोहित का गला दबाना शुरू कर दिया। फिर बाद में उसने रोहित का मुंह तकिए से दबा दिया और जब उसे यह संतोष हो गया कि रोहित जिंदा नहीं है तब वह कमरे से बाहर चली गई।
अपूर्वा ने सोचा कि उसके पति की मौत हार्ट अटैक की तरह ली जाएगी। उसने ये कबूल किया कि इस वारदात को अंजाम देने के बाद वह सो नहीं सकी और यह सोचती रही कि उसने ये क्या कर दिया। हालांकि उसी समय वह ये भी सोच रही थी कि वह कितने दिनों बाद आजाद हुई है।
अपूर्वा इस मामले के बाद इतना डर गई थी कि अगले दिन वह सुबह 11 बजे अपने कमरे से बाहर निकली। उसने बताया, 'मैं इंतजार करती रही कि कोई रोहित के कमरे में जाए और उसकी मौत का पता लोगों को चले। मैं खुद वहां जाने से डर रही थी।
अपूर्वा ने बताया कि शाम 4 बजे तक जब वहां कोई नहीं गया तो फिर मैंने घर के नौकर गोलू को रोहित को जगाने के लिए कहा। गोलू रोहित के कमरे में पहुंचा तो देखा कि रोहित के नाक से खून निकल रहा था। रोहित को मैक्स अस्पताल ले जाया गया, जहां उसे मृत घोषित कर दिया गया।
अपूर्वा ने बताया, मैंने रोहित को मार दिया क्योंकि वह क्रूर था, अविवेकी था और मुझे प्यार भी नहीं करता था। हम अक्सर ही उसके अफेयर को लेकर लड़ते थे लेकिन उस बारे में लज्जित होने की बजाय उसने उस रिश्ते का दंभ भरना शुरू कर दिया। रोहित मेरे अभिभावकों की बेइज्जती करता था और उसकी मां हमेशा मुझे ताने मारती थीं।