UPPSC PCS 2022 Result: कभी पिता बेचते थे चाय ,अब बेटी यूपीपीएससी का रिजल्ट क्लियर करके बन गई हैं पीसीएस अफसर

आपने वह तो सुना ही होगा की कठिनाइयों से कभी हार नहीं मानना चाहिए, हम भी इंसान हैं, अगर रुक गए तो हार जाएंगे लेकिन अभी जिंदा है तो हौसलों में कोई कमी नहीं है, आसमान तक सीमित रहूं वह परिंदा नहीं हूं.

Update: 2023-04-13 10:33 GMT

UPPSC PCS 2022 Result: आपने वह तो सुना ही होगा की कठिनाइयों से कभी हार नहीं मानना चाहिए, हम भी इंसान हैं, अगर रुक गए तो हार जाएंगे लेकिन अभी जिंदा है तो हौसलों में कोई कमी नहीं है, आसमान तक सीमित रहूं वह परिंदा नहीं हूं. यह शब्द टीपी नगर स्थित चंद्रलोक कॉलोनी साबुन गोदाम निवासी और पीसीएस अधिकारी बनी शिखा शर्मा के बारे में. शिखा अपने परिवार के मुश्किल हालातों के बीच यूपीपीसीएस की तैयारी की. शिखा आपने पहले तैयारी में इंटरव्यू राउंड तक पहुंच गई थी लेकिन उसके बाद वह सफल नहीं हो पाई लेकिन उन्होंने हार नहीं मानी उन्होंने फिर से तैयारी की। मेरठ के वेस्टर्न कचहरी रोड स्थित अमात्य कोचिंग इंस्टीट्यूट की मदद ली। इस बार यूपीपीसीएस- 2022 में सफलता हासिल की। शिखा का चयन जिला दिव्यांगजन सशक्तिकरण अधिकारी के पद पर हुआ है।

शुक्रवार को रिजल्ट आते ही परिवार में खुशी का माहौल है। वह उस परिवार से आती है, जहां कभी किसी ने सिविल सर्विसेज परीक्षा की ओर देखा नहीं। शिखा के पिता शंकर दत्त शर्मा 30 साल से चाय की दुकान चला रहे हैं और अपनी बेटी के पीसीएस बन जाने पर अब काफी गर्व महसूस कर रहे हैं। शिखा की मां एक ग्रहणी है माता-पिता ने कठिन संघर्षों के बीच आज अपनी बेटी को पीसीएस अधिकारी बना दिया।शिखा बताती है कि मेरठ के अमात्य इंस्टिट्यूट से उन्होंने तैयारी की है। राजेश भारती सर, ऋतु भारती मैडम ने पूरा गाइडेंस दिया है। कोचिंग से उन्होंने समग्र तरीके से परीक्षा की तैयारी कराई। पहले मेंस की तैयारी कराई और फिर इंटरव्यू की तैयारी कराई। इससे मुझे काफी फायदा हुआ। अच्छे से पेपर हुआ। इंटरव्यू भी अच्छा रहा।

शिखा का कहना है कि अभी तो उन्होंने अपना सफर शुरू किया है वह और भी बेहतर रैंक लाने में विश्वास रखती हैं। वह कहती हैं कि उन्हें हमेशा ही अपने गुरुजनों परिजनों का साथ मिला है ।उनके घरवाले उन्हें और ज्यादा प्रोत्साहित कर रहे हैं। अब आगे शिखा आईएएस अधिकारी बनने की तैयारी में है ।शिखा ने अपनी प्रारंभिक पढ़ाई मेरठ के महावीर शिक्षा सदन से हाई स्कूल ,बीके माहेश्वरी कन्या कॉलेज से इंटर, बीएससी और फिर पोस्ट ग्रेजुएशन की पढ़ाई की। शिखा के रिजल्ट के बारे में जैसे ही मोहल्ले में पता चला तभी से सब लोग उनके घर पर आकर बधाई देने लगे। वही कोचिंग से भी सिखा को फोन आया और उनके पीसीएस बनने पर खुशी जताई गई ।शिखा का चयन जिला दिव्यांगजन सशक्तिकरण अधिकारी के पद पर हुआ है.

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