शहीन बाग में बुलडोजर की एंट्री पर सुप्रीम कोर्ट नाराज, पूछा - जब मामला कोर्ट में तो कार्रवाई क्यों?

सुप्रीम कोर्ट ने सवाल किया है कि जब अतिक्रमण के खिलाफ कार्रवाई का मामला पहले से कोर्ट में है, तो फिर शाहीन बाग में बुलडोजर क्यों पहुंचा।

Update: 2022-05-09 09:35 GMT

दिल्ली के शाहीन बाग के दक्षिणी दिल्ली नगर निगम अवैध अतिक्रमण हटाने के लिए बुलडोजर लेकर पहुंचा था लेकिन बुलडोजर के सामने वहां की जनता ने बैठ कर प्रदर्शन किया, जिसके कारण अतिक्रमण को हटाने का कार्य शुरू नहीं हो पाया। दिल्ली में एमसीडी अवैध अतिक्रमण को हटाने का अभियान चला रही है और ये अभियान 13 मई तक चलेगा। विरोध कर रहीं महिलाओं को पुलिस ने हिरासत में ले लिया। AAP विधायक अमानतुल्लाह खान भी प्रदर्शन में पहुंचे।

वहीं बुलडोजर कार्रवाई का मामला सुप्रीम कोर्ट में पहुंच गया है। इस मामले पर सुप्रीम कोर्ट में 2 बजे सुनवाई शुरू हो चुकी है। बता दें कि सुप्रीम कोर्ट ने सवाल किया है कि जब अतिक्रमण के खिलाफ कार्रवाई का मामला पहले से कोर्ट में है, तो फिर शाहीन बाग में बुलडोजर क्यों पहुंचा। नगर निकाय के बुलडोजर इलाके से चले जाने के बाद शाहीन बाग में अतिक्रमण विरोधी अभियान थम गया। डीसीपी (दक्षिण-पूर्व) ईशा पांडे ने कहा है कि 'उन्होंने अपना अभियान पूरा कर लिया है और चले गए हैं।'

बात दें कि प्रदर्शन में शामिल होने ओखला से आम आदमी पार्टी (AAP) के विधायक अमानतुल्लाह खान ने कहा कि। एमसीडी यहां पर माहौल बिगाड़ने आई है और शाहीन बाग में कोई अतिक्रमण नहीं है।' शाहीन बाग में सुरक्षा को देखते हुए सीआरपीएफ को भी तैनात किया गया है। वहीं कुछ जगहों पर शटरिंग को लोगों ने खुद ही हटा दिया और फिर बुलडोजर उस जगह से वापस लौट आया। शाहीन बाग में बुलडोजर के सामने प्रदर्शन करने पर कांग्रेस के परवेज आलम को हिरासत में ले लिया गया। उन्होंने कहा, 'एमसीडी दुनिया का सबसे भ्रष्ट निगम है। आज मेयर को अपने निकम्मेपन पर इस्तीफा दे देना चाहिए।

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