ये दोनों शख्स को अपने किये पर कोई पछतावा नही! पुलिस हिरासत में हुआ बड़ा खुलासा

Update: 2020-01-31 05:42 GMT

नई दिल्ली। राजधानी दिल्ली में CAA के विरोध में चल रहे प्रदर्शन में बवाल कम होने का नाम नहीं ले रहा है। गुरुवार को जामिया यूनिवर्सिटी इलाके में CAA के विरोध प्रदर्शन के दौरान एक अनजान शख्स ने गोली चला दी। जामिया इलाके में सीएए, एनआरसी को लेकर हो रहे ​प्रदर्शन के दौरान गोली चलाने वाले व्यक्ति की पहचान 19 वर्षीय राम भगत गोपाल शर्मा के रूप में हुई है। वह गौतम बुद्ध नगर जिले (उत्तर प्रदेश) के जेवर इलाके का रहने वाला है।

आज़ादी की मांग रहे युवाओं को आज़ादी देने यह युवक पहुंच गया। पिस्टल लहराते हुए बोला किस किसको आज़ादी चाहिए बोलो और एक युवक के रोकने पर अफय्र कर दिया इसके बाद युवक तमंचा लहराता रहा जबकि फिर आज़ादी मांगने वाला कोई भी शख्स आगे नहीं आया। शख्स की गोली से जामिया का एक छात्र घायल हो गया है। घायल छात्र को होली फैमिली हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया है। बता दें कि गुरुवार को जामिया से राजघाट तक CAA के विरोध में मार्च निकाला जा रहा था। दिल्ली पुलिस ने गोली चलाने वाले शख्स को गिरफ्तार कर लिया है। शख्स के पास से तमंचा बरामद कर ली गई है।

दिल्ली पुलिस के सूत्रों का कहना है कि आरोपी ने अपने बयान में कहा है कि मुझे अपने किये का कोई पछतावा नहीं है, चाहे मेरा एनकाउंटर कर दो. पुलिस सूत्रों के मुताबिक, आरोपी नाबालिग ने पूछताछ में बताया कि वो दिल्ली अकेले आया था. जिसके बाद वो गुरुवार दोपहर करीब 11 बजे जामिया पहुंचा था. पुलिस सूत्रों के अनुसार, जामिया में फायरिंग के दौरान प्रयोग किए कट्टे को उसने बुधवार को ही अपने गांव के किसी शख्स की मदद से लिया था. 

पुलिस के सामने नाबालिग ने यह भी कबूला कि कश्मीरी पंडितों पर हुए जुल्म, कासगंज हिंसा से वो दुखी था, इसीलिए उसे अपने किए पर कोई पछतावा नहीं है। राम गोपाल फायरिंग करने से पहले फेसबुक पर लाइव था. इस दौरान उसने कई वीडियो भी पोस्ट की थी. फायरिंग करने के दौरान उसने 'वंदे मातरम', 'ये लो आजादी' और 'वंदे मातरम' के नारे भी लगाए. इस घटना के बाद पूरे इलाके में अफरातफरी मच गई।

वही असम को देश से अलग करने' की बात कहने पर देशद्रोह के मामले में गिरफ्तार जेएनयू छात्र शरजील इमाम को लेकर दिल्ली पुलिस ने बड़ा खुलासा किया है। क्राइम ब्रांच की हिरासत में भेजे गए शरजील को लेकर दिल्ली पुलिस के सूत्रों ने पूछताछ के बाद खुलासा किया है कि वह घोर कट्टरपंथी है। दिल्ली पुलिस के सूत्र के मुताबिक, पूछताछ में यह बात सामने आई है कि शरजील इमाम विचार से काफी कट्टरपंथी है और उसका मानना है कि भारत को एक इस्लामिक राज्य होना चाहिए। पूछताछ में उसने यह भी माना है कि उसके अलग-अलग भाषणों के वीडियो के साथ कोई छेड़छाड़ नहीं की गई है। दिल्ली पुलिस सूत्र की मानें तो पुलिस इस्लामिक यूथ फेडरेशन और पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया के साथ शरजील इमाम के कनेक्शन की भी जांच कर रही है। पुलिस सूत्र के मुताबिक, शरजील को अपनी गिरफ्तारी पर कोई पछतावा नहीं है।

बतादें कि जामिया मिल्लिया इस्लामिया और अलीगढ़ में कथित तौर पर भड़काऊ भाषण देने को लेकर मंगलवार (28 जनवरी) को बिहार के जहानाबाद से उसे पुलिस ने गिरफ्तार किया था। शरजील कथित तौर पर भड़काऊ भाषण देने के मामले में राजद्रोह का मामला दर्ज किये जाने के बाद से फरार था। 

वही 16 जनवरी के एक ऑडियो क्लिप में इमाम को यह कहते हुए सुना गया कि असम को भारत के शेष हिस्से से काटना चाहिए और सबक सिखाना चाहिए क्योंकि वहां बंगाली हिंदुओं और मुस्लिम दोनों की हत्या की जा रही है या उन्हें निरोध केंद्रों में रखा जा रहा है। ऐसी खबर है कि उसने यह भी कहा था कि अगर वह पांच लाख लोगों को एकत्रित कर सकें, तो असम को भारत के शेष हिस्से से स्थायी रूप से अलग किया जा सकता है...अगर स्थायी रूप से नहीं तो कम से कम कुछ महीनों तक तो किया ही जा सकता है। 

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