इस बार 26 जनवरी को इस राज्य की नही दिखेगी झांकी, केंद्र ने खारिज किया प्रस्ताव
इस बार की गणतंत्र दिवस परेड के लिए आए झांकियों के 56 प्रस्तावों में से 22 चुने गए हैं
नई दिल्ली। इस बार 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस के परेड में पश्चिम बंगाल की झांकी नही दिखेगी रक्षा मंत्रालय ने बुधवार को बताया कि पश्चिम बंगाल सरकार की झांकी का प्रस्ताव विशेषज्ञ समिति के पास दो बार गया। दूसरी बैठक में विस्तृत चर्चा करने के बाद इसे खारिज कर दिया गया। विशेषज्ञ समिति ने इस प्रस्ताव को दूसरी बैठक से आगे नहीं बढ़ाने का फैसला किया।
मंत्रालय को मिले थे 56 प्रस्ताव
बता दें कि पश्चिम बंगाल सरकार और केंद्र सरकार के बीच नागरिकता संशोधन कानून (CAA), संभावित एनआरसी (NRC) और एनपीआर (NPR) के मुद्दे पर विवाद जारी है. इस बार की गणतंत्र दिवस परेड के लिए आए झांकियों के 56 प्रस्तावों में से 22 चुने गए हैं जिनमें राज्यों एवं केंद्रशासित प्रदेशों के 16 और केंद्रीय मंत्रालयों के छह प्रस्ताव हैं।
रक्षा मंत्रालय ने यह जानकारी दी. मंत्रालय को राज्यों एवं केंद्रशासित प्रदेशों से झांकियों के 32 और केंद्रीय मंत्रालयों एवं विभागों से 24 प्रस्ताव मिले थे.
मंत्रालय द्वारा जारी बयान बयान में कहा गया है,'पांच बैठकों के बाद उनमें से राज्यों/केंद्रशासित प्रदेशों के 16 और मंत्रालयों/विभागों के छह प्रस्ताव अंतिम रूप से गणतंत्र दिवस परेड 2020 के लिए चुने गए हैं.' बयान के अनुसार पश्चिम बंगाल के प्रस्ताव को विशेषज्ञ समिति द्वारा दो दौर की अपनी बैठकों में परीक्षण करने के बाद खारिज कर दिया गया।
टीएमसी सांसद सौगतो रॉय ने कहा कि बंगाल को बाहर करना घोर भेदभाव होगा। बंगाल एक समृद्ध विरासत का प्रतिनिधित्व करता है और इसका बहिष्कार मोदी-शाह की जोड़ी के पक्षपात को दर्शाता है।