संयुक्त किसान मोर्चा के आवाह्न पर 31 जनवरी को विश्वास घात दिवस मनाया गया
प्रबल प्रताप शाही प्रवक्ता भाकियू असली एवम सदस्य संयुक्त किसान मोर्चा ने बताया कि केन्द्र की मोदी सरकार द्वारा किसानों के साथ विश्वाघात किया गया, 10 जनवरी 2021 को केंद्र सरकार और संयुक्त मोर्चा के समिती के बीच एक समझौता हुआ था इस समझौते के तहत केंद्र सरकार को एमएसपी पर एक समिती गठित करनी थी एवम किसानों पर लगे मुकदमें वापसी, और शहीद हुए किसानों को मुआवजा देने पर सहमति बनी थी। इस सहमती के आधार पर एसकेएम ने बार्डरों से आंदोलन स्थगित कर घर वापसी किये थे लेकिन मोदी सरकार ने समझौते की एक भी की शर्त को पूरा नहीं किया।
अत: एसकेएम ने देशभर में इस विश्वाघात को लेकर केंद्र सरकार को चेतावनी देते हुए 31 जनवरी को विश्वासघात दिवस मनाया । पंजाब, यूपी, उत्तराखंड, राजस्थान मध्यप्रदेश महाराष्ट्र समेत पूरे देश भर से किसान संगठनो के प्रतिनिधि जिला मुख्यालय, तहसीलों पर राष्ट्रपति नामित ज्ञापन देने का कार्यक्रम किया। मोदी सरकार के इस विश्वासघात से किसानों में रोस है, वही इसके खिलाफ किसान मिशन यूपी चलाकर मौजूदा सरकार का विरोध करेंगे।
इस कार्यक्रम के अंर्तगत बुलंदशहर में कपिल सिरोही( जिलाध्यक्ष भाकियू असली) संभल में राजपाल यादव (जिलाध्यक्ष भाकियू असली) ऋषि पाल यादव (राष्ट्रीय सचिव) संजीव गांधी( मंडल महासचिव) दिनेश (युवा जिलाध्यक्ष) अमरोहा में कैलाश त्यागी( राष्ट्रीय सलाहकार) डूंगर सिंह(मंडल अध्यक्ष) गोरखपुर में मारकण्डेय सिंह (जिलाध्यक्ष भाकियू असली) के नेतृत्व में ज्ञापन सौपने का कार्य किया गया।