ब्रिटेन से लौटे सभी यात्रियों का होगा टेस्ट, यूके में नया कोरोना स्ट्रेन पाए जाने के बाद दिल्ली सरकार का ऐलान

केजरीवाल ने ऐलान किया है कि पिछले दो हफ्तों में जितने भी लोग यूके से दिल्ली आए हैं, उन सभी लोगों का घर-घर जाकर कोविड स्ट्रेन चेकअप किया जाएगा.

Update: 2020-12-22 08:36 GMT

नई दिल्ली : यूके (UK) में पाए गए कोरोना वायरस के नए स्ट्रेन (Coronavirus Strain) का पता चलने के बाद दिल्ली सरकार (Delhi Government) ने एक महत्वपूर्ण फैसला लिया है. नए कोविड स्ट्रेन को देखते हुए केजरीवाल (CM Arvind Kejriwal) ने ऐलान किया है कि पिछले दो हफ्तों में जितने भी लोग यूके से दिल्ली आए हैं, उन सभी लोगों का घर-घर जाकर कोविड स्ट्रेन चेकअप किया जाएगा.

दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने कहा, 'पिछले दो हफ्तों में जितने भी लोग यूके से दिल्ली में उतरे हैं, उन सब को घर-घर जाकर चेक किया जाएगा. इसके लिए आज से कार्रवाई शुरू हो गई है. सरकार का मानना है कि ऐसे कम से कम 6-7 हजार लोग हो सकते हैं'. जैन ने बताया, 'यह स्ट्रेन पहले वाले से अधिक संक्रामक बताया गया है और तेजी से फैलता है'. जांच में पाया गया है कि नया स्ट्रेन 70 फीसदी से ज्यादा खतरनाक है.

यूके में कोरोना वायरस का नया स्ट्रेन (UK New Coronavirus Strain) पता लगने के बीच एक बड़ी खबर भी सामने आई है. यूके से कल दिल्ली आई फ्लाइट में 5 यात्री कोरोना पॉजिटिव मिले हैं. नोडल अधिकारी से मिली जानकारी के मुताबिक, लंदन से कल रात को एयर इंडिया से आई फ्लाइट में केबिन क्रू समेत कुल 266 यात्री आये थे. सभी का RT PCR टेस्ट कराया गया था.

कोरोना नेगेटिव यात्रियों का 7 दिन का होम क्वारन्टीन

नेगेटिव आए सभी यात्रियों को 7 दिन जरूरी होम क्वारन्टीन में रहना होगा. डिस्ट्रिक्ट ऑफिस में इनकी सारी जानकारी साझा की जाएंगी. रोजाना मॉनिटरिंग होगी और क्वारंटाइन के छठें दिन इन सभी का टेस्ट दोबारा किया जाएगा. ब्रिटिश एयरवेज की एक फ्लाइट सुबह 6.30 बजे भी आई है. ब्रिटिश एयरवेज से आने वाली फ्लाइट में कुल 213 यात्री और केबिन क्रू का RT-PCR टेस्ट होगा.

नए स्ट्रेन का पता चलने के बाद एक बार फिर पूरी दुनिया में हड़कंप मच गया है. कोरोना का अत्यधिक संक्रामक स्ट्रेन पाए जाने के बाद नीदरलैंड, बेल्जियम, फ्रांस, इटली, ऑस्ट्रिया और जर्मनी ने यूके के लिए फ्लाइट की सभी सर्विसेस को बैन कर दिया है. इसी को लेकर केजरीवाल ने भी केंद्र सरकार से तत्काल यूके से आने वाली सभी उड़ानों पर प्रतिबंध लगाने का आग्रह किया है.

कितना खतरनाक है वायरस का म्यू​टेशन?

बीबीसी के स्पेशल हेल्थ जर्नलिस्ट जेम्स गैलेगर का कहना है कि कोरोनावायरस के नए वेरिएंट को समझने का आसान तरीका है कि उसकी प्रकृति में बदलाव को समझा जाए. उनका कहना है कि वायरस का बदलना एक स्वाभाविक प्रक्रिया है. वायरस खुद को इस तरह बदल लेता है कि वो हमें ज्यादा तेजी से संक्रमित कर सके.

जहां पाया गया स्ट्रेन, वहां तेजी से बढ़े मामले

गैलेगर कहते हैं कि इस बात के कोई स्पष्ट सबूत नहीं हैं कि दक्षिण-पूर्व ब्रिटेन में मिला वायरस का नया स्ट्रेन ज्यादा गंभीर लक्षण देता है या वैक्सीन उसपर असरदार नहीं होगी. ​इसके बावजूद वैज्ञानिक दो कारणों से इसपर नजर बनाए हुए हैं. पहला यह कि जिन इलाकों में यह स्ट्रेन पाया गया, वहां तेजी से मामले बढ़े. और दूसरा ये कि आखिर किस तरह वायरस का म्यूटेशन हो रहा है.

जेम्स कहते हैं कि लैब में प्रयोग करने के बाद ही पता चल पाएगा कि क्या ये प्रकार दूसरे तरह के वायरस के प्रकार से ज्यादा संक्रामक है. इतना तो तय है कि वायरस के रूप बदलने के पीछे ज्यादा आसानी से और ज्यादा लोगों तक संक्रमण फैलाना उद्देश्य रहता है. यह भी हो सकता है कि वायरस के इस स्ट्रेन को लोगों को संक्रमित करने का सही मौका मिल गया हो.

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