UPPSC PCS Success Story: जानिए यूपीपीसीएस में पांचवी रैंक पर आने वाले कुमार गौरव की कहानी, ठुकराई CRPF असिस्टेंट कमांडेंट की नौकरी,
बीते शुक्रवार यूपीपीसीएस PCS 2022 का रिजल्ट आउट कर दिया गया है. इस परीक्षा में पहले स्थान पर आगरा की दिव्या सिकरवार ने जगह बनाई है। वही इस परीक्षा में पांचवें नंबर पर शाहजहांपुर के कुमार गौरव ने बाजी मारी है।
UPPSC PCS Success Story: बीते शुक्रवार यूपीपीसीएस PCS 2022 का रिजल्ट आउट कर दिया गया है. इस परीक्षा में पहले स्थान पर आगरा की दिव्या सिकरवार ने जगह बनाई है। वही इस परीक्षा में पांचवें नंबर पर शाहजहांपुर के कुमार गौरव ने बाजी मारी है।
UPPSC PCS Success Story: उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग यूपीएससी पीसीएस 2022 का रिजल्ट जारी कर दिया गया है। इस परीक्षा में लड़कियों ने जबरदस्त तरीके से बाजी मारी है। टॉप टेन में 10 में से 8 लड़कियां अव्वल रही है। वही शाहजहांपुर के बीएसए कुमार गौरव ने टॉप टेन लिस्ट में जगह बनाई है। उन्होंने यूपीपीसीएस पीसीएस की परीक्षा में पांचवा रैंक हासिल किया है। कुमार गौरव का जीवन भी काफी संघर्ष में रहा है। उन्होंने अपने जीवन में बहुत सारे उतार-चढ़ाव देखे हैं। उन्होंने दिल्ली विश्वविद्यालय से पीएचडी के दौरान सीआरपीएफ में असिस्टेंट कमांडेंट की नौकरी को ठुकरा दिया था ताकि वह अपनी पढ़ाई आगे जारी कर सकें लेकिन इस नौकरी को ठुकराने के बाद गौरव के 3 साल काफी मुश्किल भरे रहे। नौकरी (Sarkari Naukri) पाने के लिए उन्होंने कई प्रयास किए लेकिन सफलता हाथ नहीं लगी. लेकिन वे हार नहीं माने और लगातार प्रयास करते रहे.
UPPSC PCS 2022 की परीक्षा में 5वां रैंक हासिल करने वाले कुमार गौरव (Kumar Gaurav)अंबेडकरनगर जिले के उमरी भवानी गांव के रहने वाले हैं. इनके पिता का नाम चंद्र प्रकाश द्विवेदी हैं, जो एक रिटायर ग्राम विकास अधिकारी (VDO) हैं और मां शकुंतला देवी गृहिणी हैं. गौरव की प्रारंभिक शिक्षा गांव से ही हुई बाद में उन्होंने इंदरपुर इंटर कॉलेज से इंटरमीडिएट और ग्रेजुएट इलाहाबाद यूनिवर्सिटी से किया पोस्ट ग्रेजुएट के लिए गौरव जवाहरलाल नेहरू यूनिवर्सिटी गए। वही गौरवCRPF की नौकरी ठुकराने के बाद काफी मुश्किलों से गुजरे। कुमार गौरव जब दिल्ली यूनिवर्सिटी से हिंदी साहित्य में पीएचडी कर रहे थे तब वर्ष 2016 में उनका नाम सीआरपीएफ में असिस्टेंट कमांडेंट के पद पर आ गया था लेकिन उन्होंने अपनी पढ़ाई को आगे जारी रखने के लिए इस नौकरी को नहीं किया। इसके बाद उनका 3 साल का से मुश्किलों भरा रहा। उन्होंने अभी मान लिया था कि उनको आगे सरकारी नौकरी नहीं मिलेगी।
कुमार गौरव काफी निराश भी हुए लेकिन उन्होंने अंत तक हार नहीं मानी। आखिरकार 3 साल बाद उनका चयन नायब तहसीलदार के पद पर हुआ। गौरव नायब तहसीलदार का पद ज्वाइन करते उससे पहले पीसीएस का रिजल्ट आ गया इसके बाद उन्होंने वापस छोड़कर शाहजहांपुर में BSA के पद को स्वीकार कर लिए. जब उनका PCS में चयन होने की खबर आई तो बधाई देने वालों का तांता लग गया.