Success Story: जानिए एसडीएम अधिकारी अपूर्वा की कहानी जिन्होंने अमेरिका की नौकरी छोड़ यूपीएससी परीक्षा दी, तीन बार हुई फेल
जैसा कि सभी जानते हैं कि संघ लोक सेवा आयोग की परीक्षा देश की सबसे कठिन परीक्षा है जिसमें पास होने का सपना हर साल कई लाख और हजारों बच्चे देखते हैं लेकिन इनमें से कुछ ही ऐसे होते हैं जो इस परीक्षा को पास कर पाते हैं
UPSC Success Story: जैसा कि सभी जानते हैं कि संघ लोक सेवा आयोग की परीक्षा देश की सबसे कठिन परीक्षा है जिसमें पास होने का सपना हर साल कई लाख और हजारों बच्चे देखते हैं लेकिन इनमें से कुछ ही ऐसे होते हैं जो इस परीक्षा को पास कर पाते हैं. इस परीक्षा को एक बार में निकालना तो लगभग असंभव ही है.इस परीक्षा को देने के लिए कड़ी मेहनत और काफी त्याग की जरूरत है लेकिन कुछ लोग इतने जुनूनी भी होते हैं कि बार-बार असफल होने के बाद भी वह इस परीक्षा को देना नहीं छोड़ते हैं और आखिरकार अपने लक्ष्य को पा लेते हैं. ऐसी एक कैंडिडेट हैं जिनका नाम है अपूर्वा यादव.
यूपीएससी परीक्षा में महिलाओं का आंकड़ा भी काफी अच्छा खासा है.इन महिलाओं में एक महिला है अपूर्वा यादव जो यूपी के मैनपुरी की रहने वाली है.अपूर्वा हिंदी मीडियम से स्कूली पढ़ाई की. इसके बाद उन्होंने इंजीनियरिंग की पढ़ाई के लिए एडमिशन लिया और इंजीनियरिंग की डिग्री हासिल की. इंजीनियरिंग की पढ़ाई के बाद उनकी नौकरी टीसीएस में लग गई. 3 साल तक अपूर्वा ने टीसीएस जैसे मल्टीनेशनल कंपनी में काम किया इस दौरान उन्हें अमेरिका जाने का मौका भी मिला हालांकि अपूर्वा यादव ने कुछ और ही सपना देख रखा था और उन्होंने बचपन से ही अपना टारगेट सेट कर रखा था.
अपूर्वा यादव ने तय किया कि उन्हें प्रशासनिक सेवा में ही अपनी सर्विस देनी है. उन्होंने अमेरिका से लौटकर यूपीएससी की तैयारी शुरू कर दी. अपूर्वा यादव परीक्षा में तीन बार असफल हुई. परीक्षा में असफलता मिलने के बाद भी उन्होंने तैयारी जारी रखी और साल 2016 में चौथे अटेंप्ट में UPSC की परीक्षा पास कर ली.यूपीएससी परीक्षा 2016 में अपूर्वा यादव ने 13वीं रैंक हासिल की. इसके साथ वह अपने शहर की पहली महिला एसडीएम बन गईं.
अपूर्वा ने अंग्रेजी सीखने के लिए टीवी के इंग्लिश प्रोग्राम देखे, नॉवेल्स पढ़े. बिना शर्म के अंग्रेजी के टूटे फूटे वाक्य बोलना शुरू कर दिए. उनका मानना है कि यदि व्यक्ति प्रयास करता रहे तो कोई भी चीज सीखी जा सकती है. आज अपूर्व यादव कई महिलाओं के लिए प्रेरणा का स्रोत है. आज की महिलाएं उनको देखकर ही सीख सकती है कि यदि आपके अंदर सच्ची लगन और आप मेहनत करने में पीछे नहीं है तो आप किसी भी लक्ष्य को पा सकते हैं और अपने सपनों को साकार कर सकते हैं. आज अपूर्वा यादव की शादी हो चुकी है और उनके पति भी उनके इस काम में उनका पूरा सहयोग करते हैं और वह अपनी पत्नी पर आज गर्व भी करते हैं.