क्या प्री-प्लान थी दिल्ली हिंसा? उमर खालिद का वीडियो वायरल, BJP नेताओं ने उठाए सवाल
महाराष्ट्र के यवतमाल में दिया गया यह विवादित भाषण डोनाल्ड ट्रंप के दौरे के पहले का है
नई दिल्ली : अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के भारत दौरे के वक्त राजधानी दिल्ली में नागरिकता संशोधन एक्ट के खिलाफ प्रदर्शन हुआ। इसी प्रदर्शन के बाद दिल्ली में हिंसा शुरू हुई, जिसकी चिंगारी तीन दिन तक भड़कती रही।
वहीं, अक्सर विवादों में रहने वाले जेएनयू के उमर खालिद पर एक बार फिर भड़काऊ भाषण देने का आरोप लगा है। महाराष्ट्र के यवतमाल में उनके एक भाषण का क्लिप सामने आया है। यह भाषण अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के भारत दौरे से ठीक पहले 17 फरवरी का है। ट्रंप के आने के बाद पूर्वोत्तर दिल्ली में दंगे भड़क गए थे। इस विडियो के सामने आने के बाद अब उमर खालिद दिल्ली पुलिस के निशाने पर आ सकते हैं।
दिल्ली बीजेपी के प्रवक्ता तजिंदर पाल सिंह बग्गा ने उमर खालिद का विडियो ट्वीट कर लिखा, 'जिहादी ताकतों द्वारा यह साजिश पहले ही रच दी गई थी कि जिस दिन डोनाल्ड ट्रंप भारत में आएंगे उस दिन टुकड़े-टुकड़े गैंग सड़कों पर उतरेगा और देश को बदनाम करने की कोशिश करेगा। 17 फरवरी का उमर खालिद का यह भाषण उसी का सबूत है।'
देशद्रोह मामले में आरोपी जेएनयू छात्र उमर खालिद का एक विडियो वायरल हो गया है जिसमें वह ट्रंप के आने पर लोगों से सड़क पर उतरने की अपील कर रहे हैं।
जिहादी ताकतों द्वारा ये साजिश पहले ही रच दी गई थी कि जिस दिन डोनाल्ड ट्रंप भारत मे आएंगे उस दिन टुकड़े-टुकड़े गैंग सड़को पर उतरेगा और देश को बदनाम करने की कोशिश करेगा । 17 फरबरी का उमर खालिद का ये भाषण उसी का सबूत है। pic.twitter.com/KH0ZYVn1VR
— Tajinder Pal Singh Bagga (@TajinderBagga) March 2, 2020
यवतमाल में दिए भाषण में उमर खालिद ने कहा, 'जब अमेरिका के राष्ट्रपति ट्रंप भारत में होंगे तो हमें सड़क पर उतरना चाहिए। 24 तारीख को ट्रंप आएंगे तो बताएंगे कि हिंदुस्तान की सरकार देश को बांटने की कोशिश कर रही है। महात्मा गांधी के उसूलों की धज्जियां उड़ा रही है। यह बताएंगे कि हिंदुस्तान की आवाम हिंदुस्तान के हुक्मरानों के खिलाफ लड़ रही है। उस दिन हम तमाम लोग सड़कों पर उतरकर आएंगे।'
भारतीय जनता पार्टी के IT सेल प्रमुख अमित मालवीय ने एक वीडियो ट्वीट किया है जिसमें जवाहर लाल नेहरू यूनिवर्सिटी के पूर्व छात्र नेता उमर खालिद दिख रहे हैं और वो ट्रंप के दौरे के वक्त विरोध प्रदर्शन की बात कर रहे हैं. अमित मालवीय ने आरोप लगाया है कि क्या दिल्ली में हुई हिंसा सुनियोजित थी?
जेएनयू के छात्र नेता रहे उमर खालिद का नाम 2016 में हुई यूनिवर्सिटी में नारेबाजी की घटना में आया था। कन्हैया कुमार के साथ उमर खालिद को भी जेल भेजा गया था। बता दें कि बीते दिनों ही अरविंद केजरीवाल की सरकार ने इसी मामले में कन्हैया कुमार समेत अन्यों के खिलाफ राजद्रोह का मामला चलाने की अनुमति दी है।