शादी को बनाना है खास तो यहां बेटियां ''Free'' में छपवाये शादी का कार्ड
शादी-विवाह के शुभ कार्य की शुरुआत तब मानी जाती है जब शादी के निमंत्रण कार्ड रिश्तेदारों में बांटे जाते हैं।
शादी-विवाह के शुभ कार्य की शुरुआत तब मानी जाती है जब शादी के निमंत्रण कार्ड रिश्तेदारों में बांटे जाते हैं। शादी की तारीख पक्की होने के बाद सबसे पहले कार्ड छपवाएं जाते है, ताकि लोगों को पहले ही इनविटेशन दिया जा सकें। पहले के समय में लोग पुराने सैंपल देखकर ही शादी का कार्ड पसंद कर लेते थे।
हमारी शादी सिर्फ हमारे लिए ही नहीं बल्कि हमारे मेहमानों के लिए भी एक यादगार बन जाए तो कैसा रहे। घरवालों ने शादी के कार्ड पर कुछ ऐसा लिखा दिया कि लोग उनकी प्रशंसा करते नहीं थक रहे हैं। शब्द भी ऐसे हैं कि समाज के लिए नजीर बन जाते है तो कोई निमंत्रण में कुछ ना कुछ देते है लेकिन एक समूह ने सभी बेटियों की शादी के लिए मुफ्त में निमंत्रण पत्र उपलब्ध कराएगा।
बतादें कि कासगंज के गोरहा गांव के डीडी समूह ने इसका बीड़ा उठाया है। समूह का मानना है इस प्रकार से वे उपरोक्त विषयों को लेकरअधिक प्रभावशाली ढंग से जागरूकता फैला सकते हैं। इसी लिए अभियान की शुरुआत बेटियों के निमंत्रण पत्रों से करने का निर्णय लिया गया है। समूह के साथी इंजीनियर अमित कुमार तिवारी ने बताया कि बेटी के परिवार को शादी का ब्यौरा प्रेस पर देना होगा। तय फारमेट में कार्ड छपकर उन्हें नि: शुल्क उपलब्ध कराये जाएंगे। विनोद कुमार 'जैन' गोरहा कहते हैं हम गरीबों को बेटियों की शादी के लिए मुफ्त निमंत्रण पत्र छपवाकर उपलब्ध कराएंगे। जिससे ज्यादा लोगों तक ये सामाजिक संदेश पहुंच सकें। लोगों की सोच में परिवर्तन आ सके।
निमंत्रण पत्र पर छपे होंगे ये पांच संकल्प
-प्लास्टिक में नहीं कोई शान, मिटा दो इसका नामोनिशान
-बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ
-इतना लो थाली में, व्यर्थ न जाए नाली में
-सपोर्ट सीएए, यह नागरिकता लेने का नहीं, देने का है कानून
-वृक्ष लगाओ, जीवन बचाओ