मिलिए उस शख्स से जो बिना बिजली,पानी के पला बढ़ा लेकिन अब है 12वें सबसे अमीर भारतीय
मिलिए उस शख्स से जो भारत के हिमाचल प्रदेश के एक साधारण परिवार और छोटे से गांव से आने के बाद भी अरबपति बन गया।
मिलिए उस शख्स से जो भारत के हिमाचल प्रदेश के एक साधारण परिवार और छोटे से गांव से आने के बाद भी अरबपति बन गया।
अधिकांश मध्यवर्गीय छोटे-शहरी मानते हैं कि उनका विकास सीमित है और महान प्रसिद्धि और मौद्रिक मील के पत्थर केवल उन लोगों के लिए हैं जो अवसरों और संसाधनों से घिरे हुए भाग्य में पैदा हुए हैं।
इसके विपरीत, विभिन्न क्षेत्रों के पेशेवरों द्वारा बार-बार यह साबित किया गया है कि दृढ़ संकल्प, समर्पण और कड़ी मेहनत से कोई भी सपना सच हो सकता है।
जय चौधरी, एक भारतीय-अमेरिकी अरबपति, क्लाउड सुरक्षा कंपनी Zscaler के सीईओ और संस्थापक, इस बात का प्रतीक हैं कि कैसे एक छोटे शहर का लड़का दुनिया के सबसे अमीर, सबसे सफल लोगों में से एक बन सकता है।
जय चौधरी (Jay Chaudhry) साइबर सिक्योरिटी फर्म Zscaler के मालिक हैं, जिसकी वैल्यू आज 28 अरब डॉलर है।
जय चौधरी ने भारत और अमेरिका में ही नहीं बल्कि पूरी दुनिया में साम्राज्य स्थापित किया है।आईआईएफएल-हुरून इंडिया की शीर्ष 10 अमीरों (IIFL Hurun India Top 10 Rich List) की सूची हाल ही में जारी हुई है।
चौधरी का जन्म हिमाचल प्रदेश के ऊना जिले के एक गाँव में एक किसान परिवार में हुआ था। बिजली और पीने के पानी जैसी बुनियादी सुविधाओं की कमी ने उन्हें और आगे धकेल दिया।
वह बाहर पेड़ की छांव में पढ़ाई करता था। उन्होंने वह दौर भी देखा है, जब उनके गांव में लाइट नहीं होती थी। इसलिए वह पेड़ के नीचे पढ़ना सुविधाजनक मानते थे।
उन्होंने करीब साल भर पहले दिए एक इंटरव्यू में कहा था कि वह हर रोज करीब 4 किलोमीटर पैदल चल कर पड़ोस के गांव धुसारा जाते थे, ताकि अपनी 10वीं की पढ़ाई पूरी कर सकें।
बाद में, जय ने प्रौद्योगिकी संस्थान, बनारस हिंदू विश्वविद्यालय से स्नातक और कंप्यूटर इंजीनियरिंग में मास्टर डिग्री प्राप्त की।
उन्होंने औद्योगिक इंजीनियरिंग में स्नातकोत्तर और सिनसिनाटी विश्वविद्यालय से एमबीए भी किया।
उन्होंने 1997 में सिक्योरआईटी और सिफरट्रस्ट की स्थापना की। उन्होंने एयरडिफेंस और कोरहार्बर की भी स्थापना की। अपना व्यवसाय शुरू करने से पहले, जय ने NCR, IBM, Unisys और IQ Software जैसी कंपनियों के लिए विभिन्न प्रबंधकीय पदों पर काम किया।
चौधरी ने आईबीएम, यूनिसेस, और आईक्यू सॉफ्टवेयर के लिए लगभग 25 साल तक सेल्स और मार्केटिंग भी देखी है।
1996 में चौधरी और उनकी पत्नी ज्योति ने अपनी-अपनी नौकरी छोड़कर अपनी पूरी जमापूंजी लगाकर सिक्योरआईटी की स्थापना की थी।
1997 में सिफरट्रस्ट की स्थापना की। इन दोनों कंपनियों को बाद में क्रमश: वेरीसाइन और सिक्योर कंप्यूटिंग कॉरपोरेशन ने खरीद लिया।
उन्होंने एयरडिफेंस और कोरहार्बोर की भी स्थापना की थी, जिसे बाद में क्रमश: मोटोरोला और एटीएंडटी ने खरीद लिया।
कोविड के दौरान जय की कंपनी में तीन गुना बढ़ोतरी देखी गई। 2021 में, चौधरी शीर्ष 10 सबसे अमीर भारतीयों में 9वें स्थान पर पहुंच गए।
फोर्ब्स के अनुसार उनकी वर्तमान कुल संपत्ति 70,932 करोड़ रुपये से अधिक है। जय चौधरी की कंपनी की वैल्यू 18,54,58 करोड़ रुपए है।