पाकिस्तान के पूर्व प्रधान मंत्री को जेल, उपहारों के लालच ने पहुंचाया जेल
पाकिस्तान सरकार में नियम है की पीएम को विदेश यात्रा के दौरान कोई उपहार मिले तो उन्हे सरकारी खजाना जिसे पाकिस्तान में तोषखाना कहा जाता है में जमा कराना होता है
कहते हैं लालच बुरी बला है, लालच कोई जरूरत मंद करे तो फिर भी समझ में आता है की उसकी मजबूरी रही होगी! मगर जब लालच ऐसा व्यक्ति करे जो सर्व संपन्न हो तो फिर उसके चर्चे होना स्वाभाविक कहा जा सकता है। अब बात की जाए पाकिस्तान के पूर्व मुख्य मंत्री इमरान की तो उन्हे इसी लालच ने जेल पहुंचा दिया।
दरअसल ये लालच के साथ देश की सरकार के साथ धोखा भी कहा जा सकता है। यह जान लेना जरूरी है की उन्हे जेल क्यों जाना पड़ा।
दरअसल पाकिस्तान सरकार में नियम है की पीएम को विदेश यात्रा के दौरान कोई उपहार मिले तो उन्हे सरकारी खजाना जिसे पाकिस्तान में तोषखाना कहा जाता है में जमा कराना होता है। मगर शायद इमरान ने ऐसा नहीं किया जब इमरान प्रधान मंत्री थे उस समय आधिकारिक यात्राओं के दौरान करीब 14 करोड़ कीमत के 58 उपहार मिले थे।
इन महंगे उपहारों को खजाने में जमा तो करवा दिया बाद में इमरान ने इन्हें खजाने से सस्ते दाम पर खरीद लिया और फिर महंगे दाम पर बाजार में बेच दिया। इस पूरी प्रक्रिया के लिए उन्होंने सरकारी कानून में बदलाव भी किए बताए।
बताया जाता है की इमरान ने दो करोड़ में इन उपहारों को खजाने से खरीदा था और इन्हें बेचकर 5.8 करोड़ रुपये का मुनाफा कमा लिया। जिसकी वहां स्पीकर ने जांच कराई तथा उन्हें निचली अदालत ने तीन साल की सजा सुनाई। सजा सुनाने के साथ ही इस्लामाबाद पुलिस ने इमरान को गिरफ्तार कर लिया है।
वहीं, उनकी पार्टी पीटीआई ने इस फैसले के खिलाफ हाईकोर्ट जाने की बात कही है। अब आगे क्या इमरान क्या करेंगे और उनकी पार्टी क्या कदम उठाएगी ये बात अलग है। मगर एक बार तो लालच ने उन्हे जेल भेज ही दिया।