10 लाख लोग और एक आदेश, क्या इन 5 चुनौतियों का समाना कर पाएगा इसराइल?
हवाई हमलो के बाद अब जमीनी जंग की तैयारी मे इसरायल? मगर उल्टा भी पड़ सकता हैं पासा..
7 दिनों से जारी जंग के बीच इजरायल ने गुरुवार को गाजा के लोगों को 24 घंटे के अंदर वहां से दूसरे जगह शिफ्ट हो जाने का अल्टीमेटम दिया है. इजरायली सेना ने गाजा (Gaza Strip) पर पर्चे गिराए हैं. इसमें लिखा है, "24 घंटे में वादी गाजा में रहने वाले फिलिस्तीनी वहां से हट जाएं. वहां रहने वाले लोग उनके दुश्मन नहीं हैं, वो केवल हमास का खात्मा करना चाहते हैं."
इजरायल के आदेश के बाद अब गाजावासी मजबूरन अपना घर-बार छोड़कर दूसरी जगह जाने लगे हैं. दूसरी ओर हमास (Hamas) ने लोगों से कहा है कि वो अपनी जगह छोड़कर कहीं न जाएं, जहां हैं वहीं बने रहें. गाजा पट्टी के कई निवासियों ने इजरायल के संभावित जमीनी हमले से पहले दक्षिण में शिफ्ट होने के लिए अपने घर छोड़ना शुरू कर दिया है. जंग के दौरान इससे बड़ी संख्या में लोगों के हताहत होने का खतरा है.
वहीं, इजराइल के आदेश पर UN के प्रवक्ता ने कहा है कि इस इलाके में 10 लाख से ज्यादा लोग रहते हैं. ये गाजा की आधी आबादी हैं. इन्हें इतने कम समय में वहां से हटने का आदेश देना उनकी जिंदगी से खिलवाड़ करने जैसा है. इससे मानवीय संकट पैदा होगा. UN ने इजरायल से अपना आदेश वापस लेने की गुजारिश की है.अब देखते है की आगे इस जंग में क्या होता फ़िलहाल इज़राइल अपनी बात पर अड़ा हुआ है और लगातार सेना बढ़ा रहा है गाजा स्ट्रिप के नज़दीक।
हवाई हमलो के बाद अब जमीनी जंग की तैयारी मे इसरायल? मगर उल्टा भी पड़ सकता हैं पासा.. सीमा पर पहुंचे साढ़े तीन लाख सैनिक, आसान नहीं गाज़ा फ़तेह..
इस्राइल की सेना गाजा पट्टी पर हवाई हमलों के बाद अब जमीन पर लड़ाई की तैयारी कर रही है। इस्राइली सेना हमले के लिए तैयार है और उसके करीब साढ़े तीन लाख सैनिक सीमा पर पहुंच गए हैं। इस्राइली सेना अब सिर्फ अपनी सरकार के आदेश का इंतजार कर रही है। हालांकि इस्राइल की सेना के सामने कई बड़ी चुनौतियां हैं, जिन पर अगर समय रहते ध्यान नहीं दिया गया तो इस्राइली सेना को इसकी भारी कीमत चुकानी पड़ सकती है। तो आइए जानते हैं कि गाजा पट्टी में जमीनी लड़ाई की स्थिति में इस्राइली सेना के सामने क्या चुनौतियां हैं।
1. गाजा पट्टी बहुत ज्यादा जनसंख्या घनत्व वाला इलाका है और यहां हर वर्ग किलोमीटर इलाके में करीब 5500 लोग रहते हैं। गाजा पट्टी में गलियां संकरी हैं और उनमें बख्तरबंद गाड़ियां या टैंक ले जाना आसान नहीं है। ऐसे में इतने भारी भीड़ वाले इलाके में जमीनी लड़ाई लड़ना इस्राइली सेना के लिए बहुत चुनौतीपूर्ण होगा।
2. गाजा पट्टी में इस्राइली सैनिकों पर घरों से हमले होने की आशंका है। खासकर हमास के स्नाइपर यहां खतरनाक साबित हो सकते हैं क्योंकि गाजा पट्टी के घरों में छोटे रोशनदान हैं और यहां किसी भी दिशा से हमला हो सकता है। ऐसी स्थिति में इस्राइली सैनिकों को संभलना भी मुश्किल हो सकता है।
3. सीरिया और यूक्रेन के युद्ध में दुनिया ने देखा है कि एक मजबूत और सैन्य साजो-सामान से तैयार सेना को भी एंटी टैंक गाइडेड मिसाइलों और आरपीजी (रॉकेट प्रोपेल्ड ग्रेनेड्स) की मदद से कम सैनिक ही भारी नुकसान पहुंचा सकता हैं। साथ ही गाजा की पतली गलियां और रिहायशी इमारतों की भरमार तो इस्राइली सेना के लिए और भी खतरनाक साबित हो सकती है।
4. गाजा पट्टी में लड़ाकू हेलीकॉप्टर्स से हमला करना या सर्विलांस करना भी आसान नहीं है क्योंकि उस स्थिति में मैन पोर्टेबल एयर डिफेंस सिस्टम की मदद से हेलीकॉप्टर्स को भी आसानी से गिराया जा सकता है। अगर ऐसा होता है तो यह स्थिति इस्राइली सेना के लिए बहुत चिंताजनक हो सकती है।
5. जमीनी लड़ाई में बड़ी संख्या में इस्राइली सैनिकों और आम नागरिकों की जान जा सकती है। ऐसे गाजा पट्टी में इस्राइली सेना के लिए हमास के खिलाफ ऑपरेशन चलाना बेहद चुनौतीपूर्ण हो सकता है।