इराक के पूर्व राष्ट्रपति और तानाशाह सद्दाम हुसैन की बेटी राघद हुसैन को सात साल जेल की सजा सुनाई गई है. तानाशाह की निर्वासित बेटी को अपने पिता की राजनीतिक पार्टी बाथ पार्टी को बढ़ावा देने के लिए सजा सुनाई गई है। सद्दाम हुसैन की पार्टी - बाथ - पर 2003 में अमेरिका के नेतृत्व में इराक पर हमले के दौरान तानाशाह को उखाड़ फेंकने के बाद प्रतिबंध लगा दिया गया और भंग कर दिया गया, जिसे - ऑपरेशन इराकी फ्रीडम के नाम से भी जाना जाता है।
2003 में अमेरिका और ब्रिटेन ने इराक पर हमला कर सद्दाम को गिरफ्तार कर लिया था और फांसी दे दी थी। इसी के साथ इराक में सद्दाम शासन का खात्मा हुआ था, जिसके बाद उसकी पार्टी को भंग कर दिया गया और उस पर प्रतिबंध लगा दिए गए थे।
AFP के मुताबिक, सद्दाम हुसैन की बेटी रगद ने 2021 में एक इंटरव्यू दिया था। इसमें उसने बाथ पार्टी को प्रमोट करते हुए उसकी उपलब्धियां गिनाई थीं। दरअसल, इराक में पुरानी सत्ता को बढ़ावा देने वाली एक्टिविटीज बैन हैं। यहां पुरानी सत्ता से जुड़ी तस्वीरें या नारे लगाने वाले किसी भी व्यक्ति पर मुकदमा चलाया जा सकता है।
1968 में इराक में हुए एक और सैन्य विद्रोह में सद्दाम ने प्रमुख भूमिका निभाई थी, जिससे उसकी पार्टी सत्ता में आ गई। इस विद्रोह के चलते महज 31 साल की उम्र में सद्दाम ने जनरल अहमद हसन अल-बक्र के साथ मिलकर सत्ता पर कब्जा जमा लिया। इसके बाद सद्दाम तेजी से आगे बढ़ा और 1979 में वह इराक का पांचवां राष्ट्रपति बन गया और जुलाई 1979 से अप्रैल 2003 तक इराक की सत्ता पर काबिज रहा।
1982 में दुजैल में 148 शियाओं के नरसंहार को लेकर ही एक इराकी अदालत ने 05 नवंबर 2006 को सद्दाम को दोषी ठहराया था और इसके बाद 30 दिसंबर 2006 को सद्दाम को फांसी पर चढ़ा दिया गया।