जम्मू-कश्मीर में आतंक की सबसे भयावह तस्वीर, दादा के शव पर बैठा मासूम

कुछ देर पहले तक उनकी ऊंगली थामे 3 साल का मासूम अब उनकी छाती पर बैठा है

Update: 2020-07-01 09:23 GMT

श्रीनगर : जमीन पर खून से लथपथ पड़े दादा। कुछ देर पहले तक उनकी ऊंगली थामे 3 साल का मासूम उनकी छाती पर बैठा है। मानों दादा अभी गोद में फिर से उठा लेंगे। बेजान शरीर से कोई हरकत नहीं होती तो ये मासूम आंखें बेचैन हो जाती हैं। तभी कुछ दूर झाड़ियों के पास मोर्चा संभाले जवान बच्चे को पास आने का इशारा करता है। बच्चा कुछ सोचता है और फिर मासूमियत से जवान की ओर बढ़ जाता है। जवान बच्चे को गोद में उठा दुलारने लगता है। आतंक का यह भयावह मंजर जम्मू-कश्मीर के सोपोर का है।

आतंकियों की कायरना हरकत

जम्मू-कश्मीर में आतंक की यह सबसे भयावह तस्वीर है। दुर्दांत आतंकी सुरक्षाबलों के साथ-साथ अब राज्य के मासूम नागरिकों को निशाना बनाने लगे हैं। राज्य में आतंक की तस्वीर को बयां करती एक तस्वीर ने सबको झकझोर दिया है। आतंकियों की गोली से छलनी दादा के सीने पर बैठे पोते की तस्वीर ने सबको हिलाकर रख दिया है। मासूम बच्चा इस उम्मीद में दादा की छाती पर बैठा है कि दादा उठकर उसे घर लेकर चलेंगे।

दादा के शव पर बैठा बच्चा

दरअसल, सोपोर में आतंकियों ने CRPF के काफिले पर घात लगाकर हमला किया था। दोनों तरफ से गोलीबारी में CRPF का एक जवान शहीद हो गया जबकि आतंकियों ने एक आम नागरिक की भी हत्या कर दी। जिस शख्स की हत्या हुई वह अपने पोते को लेकर कहीं जा रहे थे। गोली लगने के बाद शख्स जमीन पर गिरा हुआ था। खून से लथपथ शरीर के पास उनका पोता पहले बैठा रहा। फिर इस उम्मीद में शख्स के सीने पर बैठ गया कि उसका दादा उसे गोद में उठाकर उसके लिए मिठाई खरीदेगा। आज की तस्वीर दिल को दहला देने वाली है। 

जवान ने बच्चे को अपने पास बुलाया

घटनास्थल पर मौजूद एक जवान ने उस बच्चे को अपनी तरफ बुलाया। बच्चा उठकर उस जवान के पास गया। फिर एक अन्य जवान आतंकियों की गोली से बचाने के लिए एक बच्चे को हाथ में लेकर उसे सुरक्षित स्थान पर ले जा रहा है। बीच में बच्चा रुआंसा हो जाता है तो जवान उसे समझाते हैं। उससे बात करते हैं। बाद में जवान उस बच्चे को एक गाड़ी में बैठाकर उसे उसकी मां के पास ले गए। 

Tags:    

Similar News