'जाको राखे साईंया मार सके न कोई' -14 घंटे बाद बर्फ के पहाड़ से जिंदा निकला जवान
बर्फ का एक पहाड़ पुलिस पोस्ट पर गिर गया, जिसकी वजह से 6 पुलिसकर्मी, 2 फायर ब्रिगेड कर्मी और 2 कैदी दब गए थे.
श्रीनगर : वो कहावत है ना 'जाको राखे साईंया मार सके न कोई' ये कहावत जम्मू-कश्मीर में चरितार्थ हुई है. कुलगाम जिले में जवाहर सुरंग के पास गुरुवार को इतनी भारी बर्फबारी हुई कि उसमें कई पुलिसवाले हिमस्खलन की चपेट में आ गए. यहां बर्फ का एक पहाड़ पुलिस पोस्ट पर गिर गया, जिसकी वजह से 6 पुलिसकर्मी, 2 फायर ब्रिगेड कर्मी और 2 कैदी दब गए थे.
हादसे के बाद सर्च ऑपरेशन शुरू किया गया तो हिमस्खलन के 14 घंटे बाद एक जवान को सुरक्षित निकाल लिया गया है, बाकियों को निकालने का काम जारी है. रेस्क्यू किए गए जवान का नाम गुलजार अहमद है. बता दें कि जम्मू-श्रीनगर नेशनल हाइवे की जवाहर टनल पिछले 3 दिनों से भारी बर्फबारी और लैंड स्लाइड्स की वजह से लगातार बंद है.
रेस्क्यू ऑपरेशन में पुलिस चौकी के आसपास से पहले बर्फ हटाई गई. इस कोशिश में दीवार तोड़नी पड़ी, तब जाकर अंदर से पुलिस जवानों को रेस्क्यू किया गया.
रेस्क्यू में बचाए गए लोगों को नजदीकी अस्पताल में भेजा गया है. पुलिस चौकी के अंदर भी बर्फ ही बर्फ नजर आ रही थी. इस वजह से रेस्क्यू के काम में परेशानी भी आई लेकिन फिर भी एसडीआरएफ के जवान, पुलिस जवानों को बचाने में कामयाब रहे.