झारखंड विधानसभा: पीएम मोदी ने खूंटी में विशाल चुनावी जनसभा में भाजपा के लिए भरी हुंकार, कांग्रेस पर दागे कई सवाल
झारखंड देश के उन राज्यों में है, जहां की बहनों को केंद्र सरकार की योजनाओं का लाभ तेज़ी से तो मिला ही है, डबल लाभ भी मिला है। जैसे उज्जवला योजना के तहत बाकी देश में एक मुफ्त सिलेंडर मिला है, वहीं झारखंड में दो सिलेंडर दिए गए हैं।
झारखंड। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी झारखंड विधानसभा चुनाव के दूसरे दौर के मतदान से पहले मंगलवार को खूंटी जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि पीएम बनने के बाद ये मेरा खूटी का दूसरा दौरा है। कुछ दिन पहले ही देश ने भगवान बिरसा मुंडा की जन्म जयंती मनाई है, आज जब मैं उनकी धरती पर आया हूं, तो उनको एक बार फिर मैं नमन करता हूं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने खूंटी की चुनावी रैली में कहा कि-
3 दिसंबर को ही परमवीर चक्र विजेता अल्बर्ट एक्का वीरगति को प्राप्त हुए थे, मैं उस महान सपूत को नमन करता हूं।
झारखंड के लोगों में भाजपा सरकार के प्रति और कमल के फूल के प्रति एक विश्वास की भावना है।
ये भाव है कि झारखंड का विकास अगर कोई दल कर सकता है तो वो सिर्फ और सिर्फ भाजपा की कर सकती है।
पहले चरण के मतदान से 3 बाते स्पष्ट हुई हैं-
पहली - लोकतंत्र को मजबूत करने और राष्ट्र निर्माण में झारखंड के लोगों की आस्था अभूतपूर्व है।
दूसरी - भाजपा सरकार ने जिस प्रकार नक्सलवाद की कमर तोड़ी है, उससे यहाँ डर का माहौल कम हुआ है और विकास का माहौल बना है।
पहले चरण के मतदान के बाद तीसरी बात ये भी स्पष्ट हुआ है कि, झारखंड के लोगों में भाजपा सरकार के प्रति एक विश्वास की भावना है।
आज झारखंड के लोग देख रहे हैं कि दिल्ली और रांची में डबल इंजन लगाने से विकास की गति तेज भी होती है और स्थायी होती है।
यहां की जनता सहज रूप से कह रही है झारखंड पुकारा, भाजपा दोबारा। झारखंड के विकास के लिए भाजपा की वापसी जरूरी है।
आज झारखंड के हर व्यक्ति को केंद्र और राज्य सरकार की किसी ना किसी योजना का सीधा लाभ पहुंच रहा है।
बिना किसी जाति के भेदभाव के, बिना किसी पंथ के भेदभाव, हर झारखंडवासी के विकास के लिए समान भावना से हम काम कर रहे हैं।
आज उन क्षेत्रों में भी बिजली का तार पहुंचा है, जिन गांव में पहुंचना तक मुश्किल था।
आज वो क्षेत्र भी सड़क से जुड़ रहे हैं, जहां कभी विरोधी दल के नेता झांकते भी नहीं थे।
आज उन जनजातीय क्षेत्रों में भी पानी की लाइन पहुंच रही है, जिनको कांग्रेस-JMM की सरकारों ने अपने हाल पर छोड़ दिया था।
उन पिछड़ों और आदिवासी परिवारों को भी अपना घर मिल पा रहा है, जिनको कांग्रेस-JMM की सरकारों ने झोंपड़ियों में रहने के लिए मजबूर कर रखा था।
दिल्ली और रांची में भाजपा का डबल इंजन किसानों और आदिवासियों का जीवन आसान बनाने का काम कर रहा है।
यहां के सभी किसान परिवारों और कृषि से जुड़े आदिवासी परिवारों के खातों में पीएम किसान सम्मान निधि के तहत सीधा लाभ पहुंचाया जा रहा है।
झारखंड ये भली भांति जानता है कि कांग्रेस और JMM की राजनीति छल और स्वार्थ की राजनीति है। जबकि भाजपा कर्म और सेवा भाव से काम करती है।
आपके पड़ोस में जहां भाजपा की सरकारें नहीं है, वहां की स्थिति आप देख लीजिए। वहां किसानों, आदिवासियों और पिछड़ों के साथ झूठे वायदे करके कांग्रेस और उसके साथी दलों ने सरकार तो बना ली, लेकिन अब वादा पूरा करने से दूर भाग रहे हैं।
जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 अब हट चुका है। अब केंद्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर को विकास और विश्वास के पथ पर ले जाने की जिम्मेदारी आदिवासी अंचल में ही जन्मे, पले-बढ़े, उपराज्यपाल जी के कंधे पर है।
आदिवासी क्षेत्रों में एकलव्य मॉडल रेसिडेंसियल स्कूल खोलने का राष्ट्रव्यापी अभियान भी यहीं झारखंड से ही प्रारम्भ किया गया है। नक्सली हमलों में शहीद होने वाले पुलिस और केंद्रीय बलों के जवानों के बच्चों को स्कॉलरशीप देने का काम भी शुरू किया जा चुका है।
राम जन्मभूमि को लेकर जिस विवाद को कांग्रेस और उसके सहयोगियों की सरकारों ने लगातार लटकाए रखा, वो भी शांतिपूर्ण ढंग से हल हो गया। भगवान राम अयोध्या से जब निकले थे तब तो राजकुमार राम थे और जब 14 साल के वनवास के बाद वापस आए तो मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान राम बन गए। ऐसा इसलिए हुआ क्योंकि 14 साल भगवान राम ने आदिवासियों के बीच बिताए थे। ये संस्कार हैं आदिवासी भाई-बहनों के ।
इतने लंबे काल से लटकी हुई चीजे जिन्हें अटकाने के लिए राजनीतिक स्वार्थ से प्रेरित लोगों ने अड़ेंगे डाले, लेकिन हमने देश में शांति, एकता, सद्भाव के लिए समस्याओं का समाधान खोजने का प्रयास किया और सफलतापूर्वक आगे बढ़ रहे हैं।
भाजपा की केंद्र की सरकार और यहां की भाजपा सरकार ने यहां के गांव में और जनजातीय अंचलों में महिलाओं को सशक्त करने का काम किया है। अनेक बहनें यहां मौजूद हैं जो या तो सखी मंडल से जुडी हैं या उन्हें मुद्रा योजना के अंतर्गत अपना व्यापार करने में सहायता मिली है। स्वच्छ भारत मिशन के तहत झारखंड के घर-घर में शौचालय तो बने ही हैं, साथ ही यहां की बहनों ने रानी मिस्त्री के रूप में नाम भी कमाया है। आज पूरे देश में इसकी चर्चा है।
झारखंड देश के उन राज्यों में है, जहां की बहनों को केंद्र सरकार की योजनाओं का लाभ तेज़ी से तो मिला ही है, डबल लाभ भी मिला है। जैसे उज्जवला योजना के तहत बाकी देश में एक मुफ्त सिलेंडर मिला है, वहीं झारखंड में दो सिलेंडर दिए गए हैं।
भाजपा सरकार आदिवासी क्षेत्रों पर विशेष ध्यान दे रही है, क्योंकि आदिवासी हितों की रक्षा में भाजपा का ट्रैक रिकॉर्ड रहा है। ये अटल जी की ही भाजपा सरकार थी, जिसने जनजातीय समुदाय के लिए अलग झारखंड और छत्तीसगढ़ राज्यों का गठन किया।
भाजपा की सरकार ने ही पहली बार आदिवासी क्षेत्रों में डिस्ट्रिक्ट मिनरल फंड की व्यवस्था की। जिसके तहत अब यहां से निकलने वाले खनिज का एक हिस्सा यहीं के विकास में लगाना पड़ता है। आज जब झारखंड 19 साल का हो गया है तब इस राज्य की जितनी जिम्मेदारी यहां की जनता की है, उतनी ही जिम्मेदारी मेरी है। आइए हम सब मिलकर काम करें ताकि जब झारखंड 25 साल का हो तब इतना ताकतवर और सशक्त बन जाए कि कभी पीछे मुड़कर देखना न पड़े।
जमशेदपुर में खुद मुख्यमंत्री रघुवर दास जमशेदपुर पूर्वी सीट से उम्मीदवार हैं जिन्हें उन्हीं के मंत्रिमंडल के सदस्य रहे सरयू राय भ्रष्टाचार के मुद्दों पर चुनौती दे रहे हैं। जबकि खूंटी से भाजपा ने रघुवर दास मंत्रिमंडल में मंत्री रहे नीलकंठ सिंह मुंडा को एक बार फिर अपना उम्मीदवार बनाया है। झारखंड में पांच चरणों में कुल 81 सीटों के लिए चुनाव हो रहा हैं। पहले चरण के लिए 13 सीटों पर 30 नवंबर को मतदान हुआ था जबकि दूसरे चरण में सात दिसंबर को, तीसरे चरण के लिए 12 दिसंबर को, चौथे चरण के लिए 16 दिसंबर को और पांचवें एवं अंतिम चरण के लिए 20 दिसंबर को मतदान होगा। मतगणना 23 दिसंबर को की जाएगी।