जब आनंद विहार-भुवनेश्‍वर संपर्क क्रांति सुपरफास्‍ट एक्‍सप्रेस ट्रेन वापस उलटी दौड़ने लगी!

जच्‍चा और बच्‍चा को किसी भी तरह के नुकसान से बचाने के लिए ट्रेन को फौरन वापस टाटानगर लाया गया और महिला एवं उनके नवजात को अस्‍पताल में भर्ती कराया गया.

Update: 2021-10-28 06:49 GMT

 भारतीय रेल लाखों लोगों को प्रतिदिन उनके गंतव्‍य तक पहुंचाता है. लेट-लतीफी, साफ-सफाई समेत कई अन्‍य वजहों को लेकर रेलवे को यात्रियों की खरी-खोटी भी सुननी पड़ती है. लेकिन, आज हम आपको एक ऐसी घटना के बारे में बताने जा रहे हैं, जिससे सुनने के बाद आप भी कह उठेंगे वाह इंडियन रेलवे! दरअसल, यह मामला आनंद विहार-भुवनेश्‍वर संपर्क क्रांति सुपरफास्‍ट एक्‍सप्रेस ट्रेन का है. यह ट्रेन टाटानगर रेलवे स्‍टेशन से रवाना हो चुकी थी, तभी रेल स्‍टाफ को चलती ट्रेन में एक गर्भवती महिला द्वारा बच्‍चे को जन्‍म देने की सूचना मिली. रेलवे के अधिकारियों ने जच्‍चा-बच्‍चा की जान बचाने के लिए ट्रेन को वापस टाटानगर स्‍टेशन आने का आदेश दिया. संपर्क क्रांति ट्रेन के टाटानगर स्‍टेशन पर वापस आते ही महिला और नवजात को तत्‍काल एमजीएम अस्‍पताल में भर्ती कराया गया. अब जच्‍चा और बच्‍चा दोनों स्‍वस्‍थ हैं.

मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, महिला यात्री की पहचान रानू दास के तौर पर हुई है. उन्‍हें ओडिशा के जलेश्‍वर स्‍टेशन पर उतरना था. टाटानगर से खुलने के कुछ ही समय बाद रानू ने चलती ट्रेन में बच्‍चे को जन्‍म दे दिया था. यह घटना बुधवार तड़के की है. रानू के परिजनों ने बताया कि बुधवार तड़के तकरीबन सवा चार बजे ट्रेन के टाटानगर से प्रस्‍थान करते हुए उन्‍हें दर्द शुरू हो गया. इसके थोड़ी देर बाद ही उन्‍होंने बच्‍चे को जन्‍म दे दिया. बताया जाता है कि रानू दास के साथ उनके माता-पिता और 4 साल का बच्‍चा भी सफर कर रहा था. इससे उनके परिजन भी परेशान हो उठे थे.

…और इस तरह वापस लौटी ट्रेन

रानू ने जब तक बच्‍चे को जन्‍म दिया तब आनंद विहार-भुवनेश्‍वर संपर्क क्रांति सुपरफास्‍ट टाटानगर के आउटर सिग्‍नल को पार कर चुकी थी. इसके बाद उनके परिजनों ने ट्रेन की चेन खींच दी. इस पर ट्रेन में एस्‍कॉर्ट ड्यूटी पर तैनात RPF के जवान तत्‍काल संबंधित कोच में पहुंच गए. रानू के माता-पिता ने उन्‍हें परिस्थिति की पूरी जानकारी दी. इस पर सुरक्षाबलों ने तत्‍काल कंट्रोल रूम को इसकी सूचना दी. वरिष्‍ठ रेल अधिकारियों तक जैसे ही यह जानकारी पहुंची उन्‍होंने ट्रेन को तत्‍काल वापस टाटानगर लाने का निर्देश दे दिया.

2 घंटे बाद था अगला स्‍टॉपेज

संपर्क क्रांति सुपरफास्‍ट ट्रेन का अगला स्‍टॉपेज तकरीबन सवा दो घंटे बाद था. यह ट्रेन टाटानगर के बाद हिजली स्‍टेशन पर रुकती है. ऐसे में जच्‍चा और बच्‍चा की जान को खतरा हो सकता था. इसे देखते हुए ट्रेन को वापस टाटानगर लाया गया. इस दौरान एंबुलेंस के साथ डॉक्‍टर भी स्‍टेशन पर मौजूद थे. महिला को पहले रेलवे अस्‍पताल ले जाया गया, लेकिन सुविधाओं के अभाव के चलते उन्‍हें वहां से सदर अस्‍पताल लाया गया. सदर अस्‍पताल में जगह नहीं मिलने पर रानू दास को एमजीएम अस्‍पताल में भर्ती कराया गया.

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