ट्रिपल मर्डर: अंधविश्वास में 3 लोगों को कुल्हाड़ी से काट डाला और आरोपी ने कर दिया सरेंडर
यहां के लूटो गांव में डायन होने के शक में एक ही परिवार के तीन सदस्यों की टांगी से काटकर हत्या कर दी गई.
झारखंड के गुमला में एक ही परिवार के तीन सदस्यों की जिंदगी अंधविश्वास की भेंट चढ़ गई. यहां के लूटो गांव में डायन होने के शक में एक ही परिवार के तीन सदस्यों की टांगी से काटकर हत्या कर दी गई. हत्या के बाद दोनों आरोपियों ने पुलिस के सामने सरेंडर कर दिया. झारखंड में अंधविश्वास के नाम पर हत्याएं किसी से छिपी नहीं हैं. यहां आए दिन ऐसी घटनाएं सामने आती रहती हैं. हालांकि, इसके लिए राज्य सरकार ने अंधविश्वास के खिलाफ प्रचार प्रसार समेत तमाम कदम उठाए हैं, इसके बावजूद ये घटनाएं रुकने का नाम नहीं ले रही हैं.
रिश्तेदारों ने दिया वारदात को अंजाम
घटना 25 सितंबर की बताई जा रही है. यहां के लूटो गांव में 55 साल के बंधन उरांव और उसकी पत्नी सोमारी देवी और 40 साल की बहू की हत्या का मामला सामने आया है. हत्या मतकों के रिश्तेदार द्वारा की गई. बताया जा रहा है कि बंधन उरांव की पत्नी सोमारी देवी झाड़-फूंक का काम करती थीं. इसी दौरान उनका विवाद उनके भतीजे बिपता उरांव और जुलू उरांव से हो गया. इसके बाद दोनों ने मिलकर तीनों की हत्या कर दी. हत्या के बाद दोनों आरोपियों ने सरेंडर कर दिया. पुलिस ने हत्या में इस्तेमाल हथियार भी बरामद कर लिया है. पुलिस आरोपियों से पूछताछ कर घटना की पूरी सच्चाई जानने की कोशिश कर रही है.
फरवरी में हुई थी 5 लोगों की हत्या
गुमला में पहले भी डायन बिसाही के नाम पर हत्या के मामले सामने आए हैं. यहां 22 फरवरी को कामडारा थाना के बुरुहातु गांव में निकोदिन टोपनो के पूरे परिवार की हत्या डायन-बिसाही की शंका के आधार पर कर दी गई थी. हत्या के आरोप में गुमला पुलिस की तरफ से गांव के ही 8 आरोपियों को गिरफ्तार किया था. इस मामले में रांची हाई कोर्ट ने स्वत: संज्ञान लेते हुए राज्य सरकार पर कड़ी टिप्पणी की थी. कोर्ट ने कहा था कि सरकार को अब गहरी नींद से जागना चाहिए. राज्य में डायन कुप्रथा के खिलाफ जागरूकता अभियान सही तरीके से नहीं चल रहा है.