कौन है चंपई सोरेन जो बने झारखंड के नए सीएम

चंपई सोरेन विधायक दल के नेता चुने गए, चंपई सोरेन होंगे झारखंड के नए सीएम

Update: 2024-01-31 15:11 GMT

झारखंड में चंपई सोरेन विधायक दल के नेता चुने गए है।  चंपई सोरेन झारखंड के नए सीएम  होंगे। झारखंड के मौजूदा सीएम हेमंत सोरेन को ईडी गिरफ्तार करके ले जाएगी उससे पहले गठबंधन के सभी विधायक राजभवन पहुँच रहे है। 

शाखों से टूट जाएं वो पत्ते नहीं हैं हम, आंधी से कोई कह दे कि औकात में रहे...' मशहूर शायर राहत इंदौरी का यह शेर चंपई सोरेन (Champai Soren) ने पिछले दिनों एक खास तस्वीर के साथ शेयर किया था. CM हेमंत इस तस्वीर में चंपई का कुछ अलग अंदाज के साथ अभिवादन करते दिख रहे हैं. चंपई झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की कैबिनेट के वरिष्ठ मंत्री हैं. अब चंपई सोरेन का नाम झारखंड में मुख्यमंत्री पद के लिए आगे चल रहा है.

राजनीतिक सूत्रों का कहना है कि प्रवर्तन निदेशालय यानी ईडी की जांच में घिरे झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन अगर अपने इस्तीफा देते हैं तो दो नामों पर विचार किया जा सकता है. पहला नाम हेमंत की पत्नी कल्पना का है और दूसरा कैबिनेट मंत्री चंपई सोरेन का है.

दरअसल, विधायकों की बैठक में सीएम हेमंत सोरेन ने दो सादे कागज पर हस्ताक्षर करवाए हैं. एक में अपनी पत्नी कल्पना सोरेन के लिए और दूसरे में अपनी कैबिनेट के मंत्री चंपई सोरेन के नाम पर दस्तखत करवाए गए हैं.

कौन हैं चंपई सोरेन?

सरायकेला-खरसावां जिले स्थित जिलिंगगोड़ा गांव निवासी आदिवासी सिमल सोरेन खेती किसानी किया करते थे. उनके चार बच्चों में बड़े बेटे का नाम चंपई सोरेन है. चंपई भी अपने पिता के साथ हाथ बंटाते थे. 10वीं क्लास तक सरकारी स्कूल से चंपई ने पढ़ाई लिखाई की. इस बीच उनका विवाह कम उम्र में ही मानको से कर दिया गया. शादी के बाद चंपई के 4 बेटे और तीन बेटियां हुईं.

इसी दौरान बिहार से अलग झारखंड राज्य की मांग उठने लगी. शिबू सोरेन के साथ ही चंपई भी झारखंड के आंदोलन में उतर गए. जल्द ही 'झारखंड टाइगर' के नाम से मशहूर भी हो गए. इसके बाद चंपई सोरेन ने अपनी सरायकेला सीट से उपचुनाव में निर्दलीय विधायक बनकर अपने राजनीतिक करियर का आगाज कर दिया. इसके बाद वह झारखंड मुक्ति मोर्चा में शामिल हो गए थे.

बीजेपी सरकार में रह चुके मंत्री

बीजेपी नेता अर्जुन मुंडा की 2 साल, 129 दिन की सरकार में झामुमो नेता चंपई सोरेन को कैबिनेट मंत्री बनाया गया था और अहम मंत्रालय दिए गए थे. चंपई 11 सितंबर 2010 से 18 जनवरी 2013 तक मंत्री रहे। 

इसके बाद राष्ट्रपति शासन लग गया था और फिर हेमंत सोरेन की अगुवाई में बनी झारखंड मुक्ति मोर्चा की सरकार में चंपई सोरेन को खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति, परिवहन मंत्री बनाया गया.

हेमंत सोरेन की सरकार में दूसरी बार मंत्री

वहीं, दूसरी बार 2019 में फिर से हेमंत सोरेन के मुख्यमंत्री बनने पर चंपई सोरेन को परिवहन, अनुसूचित जनजाति, अनुसूचित जाति एवं पिछड़ा वर्ग कल्याण मंत्री रखा गया है. चंपई झामुमो के उपाध्यक्ष भी हैं.

कल्पना सोरेन और चंपई सोरेन अहम

राजनीतिक जानकारों की मानें तो अगर हेमंत सोरेन को गिरफ्तार किया जाता है तो राज्य में नई सरकार के गठन कवायद शुरू करनी होगी. उस समय झारखंड मुक्ति मोर्चा परिवार के सदस्यों कल्पना सोरेन और चंपई सोरेन अहम होंगे, इसलिए किसी एक नाम पर आखिरी सहमति बनाकर राज्यपाल को चिट्ठी सौंपी जा सकती है. सूत्रों की मानें तो पहले विकल्प के तौर पर सीएम हेमंत सोरेन ने पत्नी कल्पना का नाम आगे रखा है.

बता दें कि झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से आज यानी बुधवार को प्रवर्तन निदेशालय की टीम पूछताछ करने पहुंची हुई है. ईडी की टीम रांची में दोपहर 1 बजे सीएम आवास पहुंची और कथित जमीन घोटाले से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग केस में सवाल-जवाब करेगी. ऐसी अटकलें हैं कि हेमंत की गिरफ्तारी की स्थिति में उनकी पत्नी कल्पना सोरेन या चंपई सोरेन को मुख्यमंत्री पद की बागडोर सौंपी जाएगी. 

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