झारखंड में विधायक दल के नेता चंपई सोरेन के सरकार बनाने का दावा पेश करने के 12 घंटों बाद भी खामोशी क्यों ?
झारखंड में अब सत्ता के खेल का इंतजार किया जा रहा है। जब विधायक दल के नेता ने शपथ गृहण का समय मांगा है तो अब किसका इंतजार किया जा रहा है।
झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के इस्तीफा देने के बाद गठबंधन के नए नेता चुने गए चंपई सोरेन को अब तक शपथ गृहण कराने के संबंध में कोई जानकारी राजभवन से नहीं मिली है यह बात आदिवासी. कोम नाम के एक्स हेंडिल से लिखी गई है।
झारखंड में अब सत्ता के खेल का इंतजार किया जा रहा है। जब विधायक दल के नेता ने शपथ गृहण का समय मांगा है तो अब किसका इंतजार किया जा रहा है।
इसमें लिखा गया
झारखंड में विधायक दल के नेता चंपई सोरेन के सरकार बनाने का दावा पेश करने के 12 घंटों से ज्यादा का समय बीतने के बावजूद राजभवन की चुप्पी कई आशंकाओं को जन्म देती है।
जब राज्यपाल के पास बहुमत के समर्थन की चिट्ठी है, सत्ताधारी दल विधायकों की परेड करवाने के लिए तैयार है तो किस बात का इंतजार हो रहा है? हॉर्स ट्रेडिंग का? या किसी अल्पमत वाली पार्टी की पहल का?
बिहार में चंद घंटों में सत्ता परिवर्तन होने के बाद, यहां विधायक सरयू राय से लेकर मीडिया तक, स्पष्ट बहुमत के बावजूद राष्ट्रपति शासन की बात किस आधार पर कर रहे हैं?
सत्ता पक्ष तो तुरंत सुप्रीम कोर्ट का रुख करना चाहिए।
झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को जमीन घोटाले से जुड़े मामले में ईडी ने गिरफ्तार कर लिया है, जिसके बाद उन्होंने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया. ऐसा माना जा रहा था कि हेमंत अपनी पत्नी कल्पना सोरेन को राज्य का मुख्यमंत्री बनाएंगे, लेकिन आखिरी समय में चंपई सोरेन का नाम सामने आया है. उन्होंने ही राज्यपाल के सामने JMM विधायक दल के नेता के रूप में सरकार बनाने का दावा पेश किया है.
पिछले चुनाव में कोल्हान इलाके में बीजेपी का खराब प्रदर्शन
झारखंड के पिछले विधानसभा चुनाव में बीजेपी को कोल्हान के इलाके में उम्मीद के मुताबिक सफलता नहीं मिली थी. 13 विधानसभा सीटों पर बीजेपी का प्रदर्शन खराब रहा था. निर्दलीय चुनाव लड़ने वाले बीजेपी के नेता रहे सरयू राय को जीत मिली थी. कोल्हान में बीजेपी के खराब प्रदर्शन की वजह से ही रघुवर सरकार की वापसी नहीं हो पाई और हेमंत सोरेन की सरकार बन गई थी.
चंपई सोरेन बिगाड़ेंगे बीजेपी का खेल!
हेमंत सोरेन इस समय भ्रष्टाचार के आरोपों से घिरे हुए हैं. झारखंड के मुख्यमंत्री रहते उनकी लोकप्रियता भी कुछ खास नहीं रही है, लेकिन ईडी ने जब हेमंत सोरेन पर शिकंजा कसा तो उन्होंने जाते-जाते बीजेपी का खेल बिगाड़ने की रणनीति बनाई, इसीलिए चंपई सोरेन को मुख्यमंत्री बनने के लिए आगे कर दिया. चंपई सोरेन के मुख्यमंत्री बनने से बीजेपी को कोल्हान के इलाके में एक बार फिर से नुकसान हो सकता है क्योंकि उन्हें कोल्हान का टाइगर कहा जाता है.