उत्तर और पूर्वोत्तर भारत में होगी बारिश तो बाकी कई अन्य राज्यों में पड़ेगी उमस भरी गर्मी, जानिए आज मौसम का मिजाज
पूर्वोत्तर भारत के बाकी हिस्सों, बिहार के कुछ हिस्सों, झारखंड, छत्तीसगढ़, गुजरात क्षेत्र, उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड और केरल के कुछ हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश संभव है।
मौसम विभाग के अनुसार, 27,28 से आंधी और तेज हवाओं के साथ बहुत हल्की बारिश शुरू होने की संभावना है। 28 और 29 जून को बहुत हल्की बारिश की भविष्यवाणी की है और राष्ट्रीय राजधानी के लिए 29 जून से 2 जुलाई के लिए येलो अलर्ट जारी किया है क्योंकि हल्की बारिश की संभावना है।
पूर्वोत्तर और उत्तर भारत में बारिश की संभावना
स्काईमेटवेदर' के अनुसार, पूर्वोत्तर भारत के बाकी हिस्सों, बिहार के कुछ हिस्सों, झारखंड, छत्तीसगढ़, गुजरात क्षेत्र, उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड और केरल के कुछ हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश संभव है। तमिलनाडु, तेलंगाना, तटीय आंध्र प्रदेश और पूर्वी राजस्थान में एक या दो स्थानों पर हल्की बारिश हो सकती है।
गुजरात, महाराष्ट्र में भी बारिश की संभावना
राजस्थान के पश्चिमी भाग में निम्न स्तरों पर एक चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र देखा जा सकता है। एक अन्य चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र महाराष्ट्र तट से दूर पूर्वी मध्य अरब सागर के ऊपर बना हुआ है। आज उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल, सिक्किम, असम, मेघालय, अरुणाचल प्रदेश, अंडमान और निकोबार द्वीप समूह, तटीय कर्नाटक, कोंकण और गोवा, आंतरिक महाराष्ट्र, तेलंगाना, दक्षिण पश्चिम मध्य प्रदेश और गुजरात में हल्की से मध्यम बारिश संभव है।
उत्तराखंड में होगी भारी बारिश
IMD ने 29 जून तक उत्तराखंड में भारी बारिश के लिए 'येलो' अलर्ट जारी किया है. निदेशक IMD बिक्रम सिंह के अनुसार, कुमाऊं मंडल के बागेश्वर और पिथौरागढ़ सहित क्षेत्रों में आज भारी बारिश की संभावना है. 27 जून के बाद बारिश का दायरा बढ़ेगा और नैनीताल के आसपास के इलाकों की ओर बढ़ेगा।
बिहार और झारखंड में भी बारिश
26 जून को बिहार के कटिहार और पूर्णिया, 27 जून को किशनगंज, पूर्णिया और कटिहार जबकि 28 जून को पूर्वी और पश्चिमी चंपारण, सीतामढ़ी, शिवहर, मधुबनी, सुपौल, मधेपुरा, अररिया, किशनगंज, पूर्णिया और कटिहार जिलों में एक दो जगहों पर भारी बारिश हो सकती है. मौसम विभाग के अनुसार दक्षिणी उत्तर प्रदेश के साथ साथ झारखंड व उसके आसपास चक्रवातीय परिसंचरण की स्थिति होने से राज्य के अलग अलग भागों में बारिश का सिस्टम सक्रिय है।
रांची मौसम विज्ञान केंद्र के प्रभारी अभिषेक आनंद ने कहा कि झारखंड में मानसून के देरी से आने के कारण बारिश की कमी दिख रही है. मौसमी बरसात की मात्रा एक जून से गिनी जाती है जबकि मानसून राज्य में 18 जून को आया था. यह कमी जून में जारी रह सकती है लेकिन जुलाई में स्थिति में सुधार होगा।
उत्तर प्रदेश में भी हल्की व मध्यम बारिश के आसार
आंचलिक मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक जेपी गुप्ता के अनुसार, वेस्टर्न डिस्टर्बेंस की वजह से बादलों की आवाजाही जारी रहेगी. इस दौरान उत्तर प्रदेश के अलग-अलग इलाकों में आंधी के साथ बारिश देखने को मिल सकती है. उनका कहना है कि, 27 जून के बाद मानसून के पूरी तरह से सक्रिय होने का अनुमान है।