लखनऊ: केंद्र सरकार एक स्वयं नाम से मोबाइल एप और पोर्टल लांच करने जा रही है। जिससे स्टूडेंट्स महज 500 रुपए में घर बैठे डिग्री पा सकेंगे। केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री स्मृति ईरानी ने कहा है कि एप के जरिए स्टूडेंट्स देश के टॉप आईआईटी, आईआईएम, एनआईटी, सेंट्रल यूनिवर्सिटी की डिग्री, डिप्लोमा, एक सर्टिफिकेट कोर्स की पढ़ाई कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि यह एप दो महीने में केंद्र सरकार की तरफ से लांच किया जाएगा।
पोर्टल की विशेषतायें
पोर्टल दस क्षेत्रीय भाषाओं में होगा। डिग्री व डिप्लोमा कोर्स के सर्टिफिकेट के स्टूडेंट्स को परीक्षा देनी होगी। इसके लिए स्टूडेंट्स को महज 500 रुपए परीक्षा फीस जमा करना होगा। इसके लिए 1000 परीक्षा केंद्र खोले जाएंगे। शिक्षा में सुधार के लिए हर तीन महीने पर सिलेबस अपग्रेड किया जाएगा जिससे छात्रों को इंडस्ट्री की मांग के अनुरूप शिक्षा दी जा सके।
180 दिन में मिलेंगे मार्कशीट और डिग्री
उन्होंने कहा कि ग्रेजुएशन और पोस्ट ग्रेजुएशन कोर्स के लिए स्टडी मैटेरियल भी ऑनलाइन किया जाएगा। इसके कंटेंट आडियो और विजुअल दोनों होंगे। यह वही कोर्स होंगे, जिनको यूजीसी की मान्यता मिली हुई है। आने वाले समय में सभी यूनिवर्सिटी और कॉलेजों को स्टूडेंट्स को 180 दिन में डिग्री और मार्कशीट उपलब्ध कराना होगा।
एनसीईआरटी के लिए तैयार होंगे नए सिलेबस
स्मृति ईरानी ने कहा है कि एनसीईआरटी के नए सिलेबस में हैंड हाईजीन कोर्स को शामिल किया जायेगा। जिससे स्कूलों में पढने वाले बच्चे शुरू से ही स्वच्छता के प्रति जागरूक हो सकेंगे। उन्होंने कहा है कि जब नए सिलेबस तैयार किए जाएंगे तो उसमें इसे अवश्य शामिल किया जाएगा। केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री की तरफ से यह घोषणा किंग जार्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी के कुलपति प्रो. रविकांत की तरफ से दिए गए सुझाव के बाद की गई है।
शुक्रवार को राजधानी में एक कार्यक्रम में शिरकत करने आई स्मृति ईरानी की तरफ से यह बात किंग जार्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी के साइंस कन्वेंशन सेंटर में मेडिकोज से मुखातिब होने के दौरान कही गयी।
इन सुझावों पर अमल करेगी सरकार
-कुलपति प्रो रविकांत ने संस्थान की प्रगति रिपोर्ट रखते हुए सुझाव दिया कि हैंड हाईजीन की तरफ बच्चों को पांच साल की उम्र से ही व्यवहारिक ज्ञान दिया जाना चाहिए।
-उन्होंने कहा कि अगर स्कूली स्तर से ही बच्चों को इसका ज्ञान, स्वच्छता व हाईजीन के बारे में जानकारी दी जाय तो स्वच्छ भारत मिशन का सपना सफल हो सकता है।
-कार्यक्रम के दौरान स्मृति ईरानी ने कुलपति की सराहना करते हुए कहा कि नये सलेबस तैयार करते समय इसे शामिल किया जायेगा।
-उन्होंने कहा कि एनसीईआरटी जब स्कूलों के लिए नए पाठ्यक्रम तैयार करेगा तो वह इस बात का ध्यान रखेगा कि स्कूली बच्चों को कक्षा पांच से ही हाथ धोने, हाईजीन का ख्याल रखने, लोगों से बात करने व किसी की मदद करने के गुणों का भी ज्ञान दिया जा सके।
-उन्होंने आश्वासन दिया कि इस प्रकार के कोर्स नये सलेबस में शामिल किये जायेंगे।
-उन्होंने प्रो रविकांत को एनसीईआरटी की कमेटी में शामिल होने का निमंत्रण भी दिया।