हेमाराम चौधरी ने गहलोत के खिलाफ मोर्चा खोला, बोले गहलोत बदलो, कांग्रेस बचाओ

वरिष्ठ कांग्रेस नेता एवं गुड़ामालानी विधायक हेमाराम चौधरी खुलकर सचिन पायलट के साथ आए है

Update: 2020-07-14 07:35 GMT

बाड़मेर वरिष्ठ कांग्रेस नेता एवं गुड़ामालानी विधायक हेमाराम चौधरी खुलकर सचिन पायलट के साथ आए है तो उन्होंने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। सोमवार को हेमाराम ने कहा कि अब पानी गले तक आ गया है, चुप नहीं रह सकते है। सरकार बड़ी नहीं है, संगठन बड़ा है। कांगे्रस को बचाना है तो नेतृत्व बदलना बहुत जरूरी है। कांग्रेस ने विधानसभा चुनाव सचिन पायलट के नेतृत्व में जीता था और उन्हें दरकिनारकर गहलोत को मुख्यमंत्री बनाना गलत निर्णय था। फिर भी साथ दिया लेकिन अब गला भर गया है, चुप नहीं रह सकते।

हेमाराम चौधरी ने कहा कि डेढ़ साल तक जहर का घूंट पिया है। कार्यकर्ताओं के काम नहीं हो रहे है। किसानों से किए वादे पूरे नहीं किए है। रोजगान नहीं दिया ज रहा है। जब इनके पास जाते है तो एक ही कहते है आप सचिन पायलट के ग्रुप के हों। सचिन पायलट संगठन के प्रदेश अध्यक्ष है तो उनके साथ है। हेमाराम ने कहा कि हम 30 विधायक सचिन पायलट के साथ है और मजबूत है। हेमाराम ने तंज कसते हुए कहा कि उनके पास 106 विधायक है, तो उनके पास बहुमत है। फिर उन्हें होटल में विधायकों को कैद करने की जरुरत क्यों पड़ी? खुले क्यों नहीं घूमने देते है। किस तरह से मैनेज हो रहा है। मुझे ज्यादा कुछ कहने की जरुरत नहीं है। आप सब मीडिया वाले जानते है। उनकी तो नींद भी उड़ गई है। विधायकों के घरों पर डिप्टी, एसपी लगा दिए गए है। साथ ही घरों के आगे गार्ड लगा दी गई है। विधायकों के यह हाल है तो आमजनता के क्या हाल होंगे?

भाजपा में नहीं जाना

हेमाराम ने कांग्रेस अगर नेतृत्व नहीं बदलती है तो आप बीजेपी में शामिल होने के सवाल पर कहा कि बीजेपी से हमारा कोई लेना देना नहीं है। हम तो बीजेपी के सामने चुनाव लड़ कर आए है। कांग्रेस को बचाना का हमारा दायित्व है। संगठन सर्वोपरि है। सरकार संगठन की वजह से बनी है। सरकार बड़ी नहीं है, संगठन बड़ा है।

कांग्रेस को बचाओ,कांगेस बचाओ..

हेमाराम ने कहा कि हम चाहते है राजस्थान के अंदर जो मौजूदा नेतृत्व है, इस नेतृत्व के अधीन आने वाले हम विधानसभा चुनाव किसी भी सूरत में जीत नहीं सकेंगे। आलाकमान को आगाह करना चाहते है नेतृत्व बदलों और कांग्रेस बचाओ। हमारा यहीं ध्येय है। पिछली बार 21 आए और इस बार 11 आएंगे। कांग्रेस बचाओं...। गहलोत के नेतृत्व में पहले भी चुनाव लड़ा था 156 से 56 पर आ गए थे। अब बहुत समय है, अब संभल जाओ।

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