समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने मंगलवार को मैनपुरी के क्रिश्चियन मैदान में जनसभा को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने मुख्यमंत्री योगी और भाजपा पर जमकर निशाना साधा। सपा नेताओं के यहां आयकर के छापों पर अखिलेश ने कहा कि चाचा (शिवपाल सिंह यादव) को साथ लिया तो जांचें होने लगीं। आगामी विधानसभा चुनाव में भाजपा को अपनी हार दिखाई देने लगी है। इसलिए दिल्ली से जांच अधिकारी भेजे हैं, लेकिन हम समाजवादी डरने वाले नहीं है।
सपा मुखिया ने कहा कि किसानों ने लॉकडाउन में काम कर देश की आर्थिक व्यवस्था बचाई है। सपा की सरकार बनने पर किसानों के हितों में काम होगा। जिनकी नौकरी छीनी उन्हें सम्मान मिलेगा। योगी सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि बाबा की सरकार में कानून व्यवस्था फेल है। 100 से 112 कर पुलिस का कबाड़ा कर दिया। खाद की चोरी इस सरकार ने की। भाजपा के लोग गरीबों के हक पर डाका डाल रहे हैं। ये उपयोगी सरकार नहीं अनुपयोगी सरकार है। नाम और रंग बदलने सरकार है।
अखिलेश यादव ने कहा कि भाजपा की सरकार एक्सप्रेसवे के किनारे मंडी बनने का कार्य पूरा नहीं कर सकी। जितनी मंडी सपा सरकार ने बनाई उतनी ही आज है। जो सड़कें नेताजी (मुलायम सिंह यादव) ने दीं, उन सड़कों को चौड़ा नहीं किया गया। उन्होंने कहा कि भाजपा की रैली सरकारी रैली होती है। सपा की रैली जनता की रैली है। जनता से भाजपा को हटाने का संकल्प लिया है। ये ऐतिहासिक रैली बता रही है कि भाजपा की ऐतिहासिक हार होगी।
लखीमपुर कांड को लेकर अखिलेश यादव ने योगी सरकार से सवाल किया कि सरकार बताएं लखीमपुर में बुलडोजर कब चलेगा। सबसे अधिक माफिया भाजपा में हैं। पहले मुख्यमंत्री हैं, जिन्होंने अपने मुकदमे वापस लिए। सपा मुखिया ने कहा कि हम सब जातीय जनगणना चाहते हैं। सपा की सरकार बनने के तीन महीने के अंदर जातीय जनगणना कराकर सब को आबादी के अनुसार हक दिलाएंगे। जनसभा के बाद अखिलेश ने विजय यात्रा को एटा के लिए रवाना किया। इस मौके पर सुहेलदेव पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष प्रेमचन्द कश्यप मौजूद रहे।